समाजवादी पार्टी की ओर से बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर को उम्मीदवार बनाए जाने पर राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाएं आना शुरू हो गई हैं. पहली प्रतिक्रिया आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की आई है. केजरीवाल ने तेज बहादुर को टिकट देने के लिए समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को बधाई दी है.
बता दें, तेज बहादुर वाराणसी से पीएम मोदी को चुनौती दे रहे हैं. पहले उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लड़ने का फैसला लिया था. लेकिन अब वह गठबंधन की ओर से समाजवादी पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ेंगे.
SP ने शालिनी यादव का टिकट काटकर तेज बहादुर को बनाया उम्मीदवार
समाजवादी पार्टी (SP) ने सेना में कथित भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाने के कारण बर्खास्त किये गये सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के पूर्व जवान तेज बहादुर यादव को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ वाराणसी लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है. एसपी की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, पार्टी ने वाराणसी सीट से शालिनी यादव के स्थान पर तेज बहादुर को प्रत्याशी बनाया है.
तेज बहादुर ने सोमवार को नामांकन के आखिरी दिन एसपी प्रत्याशी के तौर पर पर्चा दाखिल किया. इससे पहले वह निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन कर चुके थे. तेज बहादुर ने पर्चा दाखिल करने के बाद कहा ''हमने दोबारा एसपी के चुनाव चिन्ह के साथ पर्चा दाखिल किया है.”
कौन हैं तेज बहादुर?
तेज बहादुर ने पहले निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर वाराणसी से नामांकन दाखिल किया था. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव ने कहा था कि वह उत्तर प्रदेश के वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ एक निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लड़ेंगे.
तेज बहादुर यादव ने बलों में खराब गुणवत्ता का खाना दिए जाने की शिकयत की थी. बीएसएफ के कांस्टेबल को 2017 में बर्खास्त कर दिया गया. ऐसा तेज बहादुर द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पर सुरक्षा कर्मियों को खराब गुणवत्ता का खाना दिए जाने की शिकायत के एक वीडियो के बाद किया गया.
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