ADVERTISEMENTREMOVE AD

दूरियां मिटीं, ‘शॉटगन’ की जीवनी अमिताभ ने की लॉन्च

इस बायोग्राफी में शत्रुघ्न सिन्हा ने अमिताभ बच्चन से हुए आपसी मनमुटाव के बारे में भी खुलकर लिखा है

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन ने मुंबई में शत्रुघ्न सिन्हा की बायोग्राफी ‘एनीथिंग बट खामोश: द शत्रुघ्न सिन्हा’ की धूमधाम से लॉन्चिंग की.

बायोग्राफी लॉन्चिंग के लॉन्च के मौके पर सिन्हा की बेटी और अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा, पत्नी पूनम सिन्हा, बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा, फिल्मकार सुभाष घई और राइटर भारती प्रधान भी मौजूद रहीं.

रिश्तों में सुधार हुआ है!

इस इवेंट की सबसे खास बात यह थी कि किताब के लॉन्च पर शत्रुघ्न सिन्हा और अमिताभ बच्चन एक ही मंच पर साथ थे. बॉलिवुड इंडस्ट्री में सभी लोग इस बात से वाकिफ हैं कि फिल्मों में साथ नजर आने वाले इन दोनों अभिनेताओं के रिश्ते असल जिंदगी में मधुर नहीं रहे हैं.

इस मौके पर बीजेपी सांसद और अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि,‘मेरे दिल में अमित के लिए बेहद इज्जत है, वो मिलेनियम स्टार हैं. अगर हम दोस्त हैं, तो हमें लड़ने का भी हक है.’



इस बायोग्राफी में शत्रुघ्न सिन्हा ने अमिताभ बच्चन से हुए आपसी  मनमुटाव के बारे में भी खुलकर लिखा है
इस बायोग्राफी में उनके और अमिताभ बच्चन के बीच कुछ मनमुटाव की बातें भी लिखी गई हैं. (फोटो: पीटीआई)

सूत्रों की मानें, तो शत्रुघ्न ने अपनी बायोग्राफी में लिखा है, ‘फिल्मों में जो शोहरत अमिताभ बच्चन चाहते थे, वो मुझे मिल रही थी. इससे अमिताभ परेशान होते थे. इसके चलते मैंने कई फिल्में छोड़ दी और साइनिंग अमाउंट तक लौटा दिए.’

ऐसे बातों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए शॉटगन ने कहा,

ये बातें सब कल की हैं. अगर नहीं लिखता तो यह ऑनेस्ट बायोग्राफी नहीं होती. अगर आज आप मुझसे पूछें तो मैं कहूंगा कि मेरे दिल में अमित के लिए बेहद आदर है.

वहीं दूसरी तरफ सदी के महानायक ने भी पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि शत्रुघ्न सिन्हा सेट पर अपनी लेटलतीफी के लिए काफी मशहूर थे.

इस बारे में अमिताभ बच्चन बोले,

कुछ आदतें पैदाइशी होती हैं, उन्हें बदलना नहीं चाहिए.

आपको बता दें कि सिन्हा की जीवनी स्तंभकार, लेखक और आलोचक भारती एस. प्रधान ने लिखी है. सिन्हा की बेटी सोनाक्षी सिन्हा ने विमोचन की शाम जीवनी के कुछ अंश पढ़ कर भी सुनाए. किताब के बारे में प्रधान ने कहा कि इस किताब में देश के मशहूर ‘बिहारी बाबू’ की उपलब्धियों और तकलीफों को पेश किया गया है और यह सात वर्षों के शोध, 37 साक्षात्कारों और 200 से भी अधिक टेप्ड वार्ताओं पर आधारित है.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

0
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×