ब्लडी ब्रदर्स (Bloody Brothers) में अगाथा क्रिस्टी (Agatha Christie) की कहानियों की तरह एक छोटा सा हिल स्टेशन है. जहां खूबसूरत घर, पैसे वाले लोग और रिश्तों का मकड़ जाल है. एक दिलचस्प बुजुर्ग महिला भी है, जो देखती सब कुछ है पर कहती कुछ भी नहीं. ऊटी (Ooty) के खूबसूरत इलाके, जो विदेश के किसी गांव से कम नहीं लगते हैं.
ढेर सारा पैसा, नक्काशीदार चिमनी वाले आलीशान घर, खूबसूरत चाय के कप, आरामदायक सोफा. ब्लडी ब्रदर्स (Bloody Brothers) में ये सब देखकर आपको लगेगा की टीवी बंद करके कोई किताब पढ़ी जाए. इस कहानी के किरदार असल जिंदगी से काफी बड़े लगते हैं. लेकिन कुछ दूसरी क्राइम कॉमेडी, जैसे कि Knives Out और The Thursday Murder Club से मिलते-जुलते भी हैं.
ब्लडी ब्रदर्स डार्क और फनी है. लाइटिंग, घुमावदार सड़कें, घने जंगल के जरिए कहानी में सस्पेंस क्रिएट करने की कोशिश की गई है. हालांकि ये हादसे पर आधारित इंग्लिश डार्क कॉमेडी Dead to Me की तरह सहज नहीं लगती है.
एक रात दो भाई, जो एक-दूसरे से बिल्कुल अलग हैं. शायद ही कभी एक साथ देखे गए हों, वो दोनों एक पार्टी से घर लौट रहे होते हैं इस दौरान उनकी गाड़ी से टकराकर एक बुजुर्ग की मौत हो जाती है. इस हादसे को छुपाने और पकड़े जाने से बचने के लिए दोनों मिलकर झूठ का जाल बुनते हैं.
आपराधिक गतिविधियों को छोड़कर, बड़े भाई के किरदार में जयदीप अहलावत (Jaideep Ahlawat) भरोसेमंद और मजाकिया हैं. मोहम्मद जीशान अय्यूब (Mohammed Zeeshan Ayyub) ने गरीब छोटे भाई का किरदार निभाया है. जो एक किताब की दुकान चलता है. वो नासमझ है, और अपनी हरकतों से बार-बार दोनों को खतरे में डाल देता है.
यह हाल ही में रिलीज हुई रुद्र (Rudra) की तरह यह भी एक इंग्लिश शो गिल्ट (Guilt) पर आधारित है. पिछले कुछ सालों में बनी इंग्लिश शो के हिंदी रीमेक की सूची में यह भी शामिल हो गई है.
जब हमारे यहां इतनी ज्यादा ऑरिजनल कहानियां हैं और दुनिया भर का साहित्य है फिर भी न जाने क्यों इंग्लिश शो का हिंदी रीमेक बनाया जा रहा है. एक रीमेक के तौर पर यह सीरीज अच्छी है. कहानी के बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहा जा सकता क्योंकि ऑरिजनल कहानी इंटरनेट पर मौजूद है.
श्रुति सेठ (Shruti Seth) एक दुखी गृहिणी के किरदार में अच्छी लगती हैं. उनकी अपनी एक दिलचस्प कहानी है. टीना देसाई (Tina Desai) अपनी एक्टिंग से कुछ ज्यादा कमाल नहीं करती दिखती हैं. इस सीरीज के सभी कलाकारों में बस टीना देसाई (Tina Desai) का ही किरदार अच्छा नहीं लगता है. सेट डिजाइन और प्रोडक्शन वैल्यू काफी अधिक है. म्यूजिक कहानी के साथ सही बैठता है.
होली वीकेंड पर देखने के लिए ब्लडी ब्रदर्स (Bloody Brothers) मजेदार और मनोरंजक है. आज-कल बनने वाली डार्क कॉमेडी से यह अलग है. यह शो ताजी हवा के झोंके जैसी है. हालांकि, इसमें कुछ नया नहीं है फिर भी आपकी दिलचस्पी बनी रहती है. आप इसे एक बार तो जरूर देख सकते हैं.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)