ADVERTISEMENTREMOVE AD

इन खूबियों ने ‘अंधाधुन’ के ट्रेलर को बना दिया जानदार

ट्रेलर देखकर फिल्‍म के बारे में अभी से दावा करना जल्दबाजी होगी. हालांकि कई चीजें हैं, जो ट्रेलर को अच्छा बनाती हैं.

story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

शनिवार को जारी हुए फिल्म 'अंधाधुन' के ट्रेलर ने सोशल मीडिया पर सनसनी मचा रखी है. आयुष्मान खुराना, तब्‍बू और राधिका आप्टे की तिकड़ी वाली इस फिल्म के ट्रेलर को खूब पसंद किया जा रहा है. फिल्‍म का ट्रेलर यूट्यूब पर पहले नंबर पर ट्रेंड कर रहा है. इसे अब तक 1 करोड़ 25 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है.

ट्रेलर देखकर फिल्‍म के बारे में अभी से दावा करना जल्दबाजी होगी. हालांकि कई चीजें हैं, जो इस ट्रेलर को अच्छा बनाती हैं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

वाजिब ड्यूरेशन

ऐसे समय में जब ज्यादातर बॉलीवुड ट्रेलर लगभग 3 मिनट के बनाए जाते हैं, अंधाधुन का ट्रेलर महज 2 मिनट का है. जाहिर है, इससे ट्रेलर कम समय में ज्यादा असरदार साबित होता है. अमूमन 90 सेकंड से लेकर 2 मिनट तक की अवधि किसी मूवी ट्रेलर के लिए सबसे अच्छी मानी जाती है. कई फिल्मों के ट्रेलर में देखा गया है कि जरूरत न होते हुए भी इसके ड्यूरेशन को जबरदस्ती 3 मिनट तक खींचा जाता है, जिससे ट्रेलर की लय और पकड़ छूट जाती है.

ज्यादा लंबे ट्रेलर से फिल्म की पूरी कहानी का अंदाजा दर्शकों को पहले से ही लग जाता है. आजकल कई बॉलीवुड फिल्मों के ट्रेलर में हम देखते हैं कि पूरी फिल्म का सारांश ही उसमें समाया हुआ होता है.अंधाधुन ने अपने शॉर्ट ट्रेलर में कहानी के सस्पेंस को बरकरार रखा है.

सस्पेंस कायम रहता है

ट्रेलर देखकर सिर्फ इतना ही पता चलता है कि आयुष्‍मान पियानो प्लेयर हैं, जो देख नहीं सकते. राधिका उसकी प्रेमिका हैं, तब्‍बू वो महिला है, जो उसकी सर्विस लेती है. एक मर्डर होता है और आयुष्‍मान उसमें फंस जाते हैं. लेकिन वो इतने मासूम भी नहीं, जितने दिखते हैं.

ट्रेलर में इतना दिखाना ही काफी है! दर्शकों में कौतूहल पैदा करता है. ट्रेलर हमें इस बात का आभास तो देता है कि कहानी कहां तक जा सकती है, लेकिन अटकलों को सही या गलत साबित करने के लिए हमें फिल्म में देखना ही होगा कि आगे क्या होता है.

कहानी का 'बिल्ली कनेक्शन'

फिल्म के पोस्टर और ट्रेलर में एक बिल्ली को प्रमुखता से दिखाया गया है. इसलिए हम जानते हैं कि की कहानी या फिर मर्डर में इस बिल्ली का अहम रोल है.

एक बढ़िया ट्रेलर

फिल्म के डायरेक्टर श्रीराम राघवन हैं, जो 'एक हसीना थी' और 'जॉनी गद्दार' जैसी फिल्मों का निर्देशन कर चुके हैं. हालांकि ये फिल्में बॉक्स ऑफिस में चल नहीं पाई थीं, लेकिन अंधाधुन के ट्रेलर ने इस फिल्म से उम्मीदें जगा दी हैं.

तब्‍बू को 'हैदर' मोड में देखकर अच्छा लगा. 2 मिनट का ये ट्रेलर श्रीराम के सिग्नेचर स्टाइल को बखूबी बयां करता है. इस ट्रेलर ने मुझे 5 अक्टूबर को थिएटर पर जाकर फिल्म देखने के लिए काफी वजह दे दी है.

ये बी पढ़ें - एक्शन,रोमांस-थ्रिलर का तड़का, इस शुक्रवार आ रही हैं ये फिल्में

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×