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सलमान खान पर नई मुसीबत, ब्लैकलिस्ट ना हो जाए ‘बीइंग ह्यूमन’?

बीइंग ह्यूमन के जरिए चैरिटी काम करते रहे हैं सलमान खान, लेकिन अब ये एनजीओ मुश्किल में

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बॉलीवुड के सुल्तान सलमान खान बॉक्स ऑफिस पर ब्लॉकबस्टर फिल्में देने के साथ-साथ अपने चैरिटी कामों के लिए भी काफी सुर्खियों में रहते हैं. सलमान अपने एनजीओ बीइंग ह्यूमन के जरिये सोशल वर्क में काफी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते रहे हैं. लेकिन इन दिनों उनका यह एनजीओ परेशानियों में घिर गया है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बृहनमुंबई म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन (बीएमसी) ने सलमान के एनजीओ को ब्लैकलिस्टेड करने का फैसला किया है.

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बीएमसी के साथ हुआ था समझौता

सलमान के एनजीओ ने साल 2016 में बीएमसी के साथ मिलकर डायलिसिस सेंटर खोलने के लिए एक समझौता किया था. बीएमसी ने पीपीपी मोड के तहत डायलिसिस सेंटर खोलने की योजना बनाई थी. डायलिसिस लिए बीएमसी ने करीब 350 रुपये इलाज की फीस तय की थी.

खबरों के मुताबिक, बीइंग ह्यूमन एनजीओ ने 339.50 रुपये में डायलिसिस सेवा लोगों तक पहुचांने का फैसला किया था. सलमान के एनजीओ ने मुंबई के बांद्रा में 24 डायलिसिस मशीनें लगाने की बात कही थी. लेकिन अब तक ऐसा नहीं हो पाया है.

ऐसे में अब एनजीओ पर अपनी बात पर कायम ना रहने का आरोप लग रहा है. ऐसे में बीएमसी ने इस एनजीओ को ब्लैकलिस्ट करने का फैसला कर लिया है.

बीइंग ह्यूमन ने बीएमसी पर लगाया आरोप

बीएमसी बीइंग ह्यूमन पर अपनी बात पर कायम नहीं रहने का आरोप लगा रही है, वहीं इस एनजीओ ने बीएमसी पर ही आरोप लगाए है. एनजीओ ने एक बयान जारी कर कहा है कि कुछ जरूरी आवश्यकताएं पूरा करने में बीएमसी असफल रही है. इसी वजह से अब तक ये काम सही से नहीं हो पाया है.

बीइंग ह्यूमन का कहना है कि बीएमसी के साथ संस्था ने किसी तरह का कोई कांट्रेक्ट या एमओयू साइन नहीं किया है. जिस वजह से परेशानी का सामना करना पड़ा.

एनजीओ का कहना है कि बीएमसी सभी जरूरतों को जल्द से जल्द पूरा कर दे तो ये समझौता सुचारू रूप से लागू हो जाएगा.

ये भी पढ़ें- सलमान के फैन्स का इंतजार खत्म, बीइंग ह्यूमन की ई-साइकिल लॉन्च

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