ADVERTISEMENTREMOVE AD

एक्टर से चौकीदार बने सवी सिद्धू पर अनुराग कश्यप का सधा जवाब

‘गुलाल’, ‘ब्लैक फ्राइडे’, ‘पटियाला हाउस’ और ‘बेवकूफियां’ में दिखे थे सवी सिद्धू

Updated
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

अक्षय कुमार और के के मेनन जैसे बड़े सितारों के साथ काम करने वाले एक्टर सवी सिद्धू आज चौकीदार की नौकरी करने को मजबूर हैं. सवी सिद्धू की आर्थिक हालात काफी खराब हैं और उनकी सेहत भी अब ठीक नहीं है. ऐसे में मजबूरन घर चलाने के लिए उन्हें चौकीदार की नौकरी करनी पड़ रही है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

फिल्म कंपैनियन को दिए इंटरव्यू में सवी सिद्धू ने अपनी जिंदगी में आई परेशानियों पर बात की. उन्होंने बताया की पत्नी के निधन के बाद उनकी जिंदगी काफी मुश्किल हो गई.

‘मेरी जिंदगी का सबसे मुश्किल वक्त था जब मेरी पत्नी की मौत हुई. फिर मेरे पिता चल बसे और मेरी मां भी नहीं रहीं. कुछ समय बाद सास-ससुर भी नहीं रहे. मैं अकेला हो गया.’
सवी सिद्धू

सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने पर सिद्धू ने बताया, 'ये 12 घंटे की मुश्किल नौकरी है. मेरे पास बस के टिकट खरीदने के भी पैसे नहीं हैं. थियेटर में फिल्म देखना अब एक सपना सा है. मेरी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है.'

जिंदगी में इतनी परेशानियों के बावजूद सिद्धू ने उम्मीद नहीं हारी है. उन्हें यकीन है कि उन्हें एक दिन फिल्मों में जरूर काम मिलेगा.

‘मुझे उम्मीद है कि प्रोड्यूसर-डायरेक्टर मुझे काम देंगे. मुझे यकीन है कि वो मना नहीं करेंगे. वो मेरे लिए इंतजार कर रहे हैं, मैं आ रहा हूं.’

सवी सिद्धू ने 'गुलाल', 'ब्लैक फ्राइडे', 'पटियाला हाउस' और 'बेवकूफियां' जैसी फिल्मों में काम किया है.

0

सपोर्ट में आए राजकुमार राव और अनुराग कश्यप

इस इंटरव्यू के बाद एक्टर राजकुमार राव और अनुराग कश्यप उनके सपोर्ट में आगे आए हैं.

राजकुमार राव ने ट्वीट कर कहा कि वो अपने कास्टिंग दोस्तों से उनसे बात करने के लिए कहेंगे. एक्टर ने लिखा, 'आपकी स्टोरी सुनकर काफी इंस्पार्य हुआ सर. आपका काम हमेशा पसंद किया है. अपने कास्टिंग दोस्तों से जरुर कहूंगा कि वो आपसे बात करें. शुक्रिया फिल्म कंपैनियन उनकी कहानी बताने के लिए.'

वहीं अनुराग कश्यप ने लिखा, 'कई एक्टर्स हैं जिनके पास काम नहीं है. बतौर एक्टर मैं सवी सिद्धू की रेस्पेक्ट करता हूं. वो इज्जत के साथ जिंदगी जी रहे हैं.'

नवाज वॉचमैन हुआ करते थे और मैंने वेटर के तौर पर काम किया है. मैं एक एक्टर से मिला जो सड़क पर भेलपुरी बेचता था. भविष्य में ये हम में से कोई भी हो सकता है.

अनुराग ने लिखा कि सभी को सिद्धू पर फख्र होना चाहिए. उन्होंने लिखा कि वॉचमैन की नौकरी बड़ी या छोटी नहीं होती. चैरिटी आर्ट या आर्टिस्ट को नहीं बनाती, सिद्धू को अपनी मदद खुद करनी होगी.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×