वरुण धवन और सारा अली खान की फिल्म कूली नंबर-1 (Coolie No 1) OTT प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज हो चुकी है. डेविड धवन-गोविंद की साल 1995 में आई फिल्म की रीमेक ये फिल्म ऐसा लगता है कि 'कॉपी-कॉपी' खेलने के लिए बनाई गई है. वरुण धवन शुरू से आखिर तक गोविंदा को कॉपी करते नजर आए हैं लेकिन वो कमाल और वो दौर अलग था, ये शायद भूल गए हैं.
सारा अली खान का भी उनके फैंस को बेसब्री से इंतजार था लेकिन वो भी बड़े लंबे इंतजार के बाद आईं लेकिन कमाल नहीं दिखा सकीं. एक्टिंग देखकर ऐसा लग रहा था-'कुछ तो मिसिंग है', उनका किरदार गानों तक ही सीमित नजर आता है.
इस नई कूली नंबर-1 को देखकर न सिर्फ गोविंदा और कादर खान को दर्शक मिस करते हैं, साथ ही कॉमिक टाइम को भी खूब मिस करते नजर आ सकते हैं. ह्यूमर में वही कभी पुरानी घिसी पिट्टी लाइन और जबरदस्ती की सिचुएशनल कॉमेडी डालने की कोशिश हुई है. जानबूझकर गोविंदा को सांवला दिखाया गया है कि जिससे की वो 'कूली' के रोल में फिट दिख सकें और बॉडी शेमिंग वाले जोक्स भी फिल्म में देखने को मिल जाएंगे. एक जगह तो एक्टर लिप्सिंग करते भी देखे जा सकते हैं.
फिल्म को भले ही पुराने फिल्म के डायरेक्टर डेविड धवन ने बनाया है लेकिन दर्शकों को वही ‘अमीर लड़की - गरीब लड़का’ वाली स्टोरी आज क्यों पसंद आएगी, ये समझ नहीं आता? जो फैंस हैं और जिन्हें ऐसी फिल्में देखना अच्छा लगता है वो गोविंदा वाली कूली नंबर-1 क्यों नहीं देख लें? वो नई कॉपी कूली नंबर-1 क्यों देखेंगे? इस सवाल का जवाब नहीं मिलता.
ऐसा हो सकता है कि डेविड धवन सलमान खान या गोविंदा की पुरानी हिट फिल्मों की रीमेक में बेटे वरुण धवन को देखकर खुश हों लेकिन दर्शकों को वरुण की तरफ से इन फिल्मों में कुछ नया नहीं देखने को मिल रहा है.. फिल्म की कहानी की तरह गानों में भी नयापन नहीं है कुछ गाने तो पुराने ही हैं. रही बात हंसी की तो फिल्म देखकर शायद ही आपको हंसी आए.
आखिर में बात इतनी सी है कि वरुण धवन खराब परफॉर्मर या एक्टर नहीं है ,लेकिन उन्हें यह समझना होगा कि वो सलमान खान या गोविंदा की फिल्मों का रीमेक उन्हीं के जैसा शानदार नहीं कर पाएंगे.
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