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Photograph: मुश्किलों में प्यार तलाशते एक फोटोग्राफर की लव स्टोरी

फोटोग्राफ की सबसे खास बात ये है कि इसमे किसी को इम्प्रेस करने की कोशिश नहीं की गई है

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मुश्किलों में प्यार तलाशते एक फोटोग्राफर की लव स्टोरी

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फोटोग्राफ की सबसे खास बात ये है कि इसमे किसी को इंप्रेस करने की कोशिश नहीं की गई है. इस फिल्म की कहानी, सवालों के जवाब ढूंढ़ने के लिए मुक्त है. कहने का मतलब ये कि फिल्म को सवालों, जवाबों से परे रखा गया है और दो करेक्टर्स के बीच की केमिस्ट्री पर फोकस किया गया है.

मुंबई जैसा कि हम जानते हैं कि भीड़भाड़ और चारों तरफ हलचल से भरा शहर है, इसी शहर के गेट वे ऑफ इंडिया पर रफी अपनी फोटोग्राफी की दुकान चलाता है.

एक दिन उसने एक लड़की मिलोनी की तस्वीर क्लिक की, ‘’ सालों बाद भी आपकी ये तस्वीर ऐसी ही रहेगी, बाकी सब बदल जाएगा तब भी’. रफी ने मिलोनी से कहा. ये इन दोनों की पहली मुलाकात थी.

फिल्म को बेहद खूबसूरती से फिल्माया गया है. ये देखना काफी दिलचस्प होता है कि कैसे कैमरा रफी और मिलोनी पर जूम होता है और पूरी दूनिया का चेहरा दिखाई देता है.

फिल्म में बाकी सभी चीजों को आउट ऑफ फोकस रखा गया है. फिल्म में मिलोनी के किरदार में सान्या मल्होत्रा बेहद ही शालीन और अपने माता पिता की आज्ञाकारी बेटी हैं. शांत स्वभाव की मिलोनी के अंदर हमेशा एक तूफान चल रहा होता है. 

नवाजुद्दीन सिद्दीकी इस फिल्म में एक बेहतरीन स्ट्रीट फोटोग्राफर का किरदार निभा रहे हैं. वो एक टॉपर हैं और अच्छी गुजराती फेमिली से ताल्लुक रखते हैं. मुंबई की झुग्गी में दूसरों के साथ रूम शेयर करते हैं. दूसरी तरफ रफी की दादी उसकी शादी करना चाहती हैं. फिल्म दो सवालों के इर्द गिर्द घूमती है कि कैसे दो अलग- अलग तरह के लोग आपस में तालमेल बिठाते हैं. और क्यों बिठाते हैं?

राइटर, डायरेक्टर रितेश बत्रा ने अपनी फिल्म के खूबसूरत फ्रेम में सभी सवालों के जवाब सरलता से देने की कोशिश की है. रितेश ने ये भी दिखाने की कोशिश की है कि अलग-अलग धर्म और क्लास में कितनी समानताएं हैं. लेकिन अगर आपको सवाल जवाब ढूंढ़ने की आदत है तो ये फिल्म आपको निराश कर सकती है.

फिल्म छोटे-छोटे पलों को बेहद खूबसूरती से कैद किया गया है. स्मार्टफोन वाले इस जमाने में मिलोनी को जब लैंडलाइन पर रफी से बात करते हुए दिखाया जाता है. यकीन मानिए फ्रेम के साथ-साथ वक्त भी रुक जाता है.

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एक्टिंग की बात करें तो नवाजुद्दीन सिद्दीकी बिना कुछ किए ही स्क्रीन पर बहुत कुछ कर जाते हैं. साइना मल्होत्रा भी मिलोनी के किरदार में स्क्रीन पर बेहतरीन एक्टिंग की छाप छोड़ने में कामयाब रहीं हैं. कुछ- कुछ सीन में गीतांजलि कुलकर्णी दर्शकों का दिल चुरा लेंगी. फिल्म में उन संभावनाओं पर आधारित है तो अंतहीन भावनाओं को समझते हैं.

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