रामायण धारावाहिक में आज के एपिसोड में दिखाया जाता है कि कुंभकरण जब राम से युद्ध करता है, तो मात मिलती है. जब यह संदेश रावण के पास पहुंचता है. रावण बौखला जाता है और कहता है- यह असंभव है. वह कहता है कि कुंभकरण का मरना सत्य नहीं हो सकता. रावण की बात सुनकर इंद्रजीत कहता है कि महाराज यह सत्य है कि हमारे बलशाली कुंभकरण हमेशा के लिए सो गए हैं.
कुंभकर्ण के बाद रावण ने बेटे अपने चारों बेटे
रावण अपने भाई कुंभकरण के परलोक सिधारने पर कहता है, ''कुंभकरण मेरे भाई हमने तुम्हारे लिए ब्रह्मा से एक दिन जगने का इसलिए वर नहीं मांगा था कि तुम उठ कर हमारे लिए अपने प्राणों का त्याग कर दो.'' तभी इंद्रजीत गुस्से में रावण के पास आता है और कहता है कि वह युद्ध भूमि में जाएगा. रावण इस बीच कहता है कि राक्षस जाति का विनाश? तभी इंद्रजीत कहता है कि विष्णु का चक्र राक्षसों का कुछ नहीं कर सका तो राम का धनुष क्या करेगा? रावण अपने चार बेटे त्रिशिरा, देवान्तक, नरान्तक और अतिकाय युद्ध भूमि में पूरी सेना के साथ भेजता है.
मां सीता को पहुंची श्रीराम की ये खबर
सीता को त्रिजटा खबर देती है कि श्रीराम ने एक-एक करके सभी राक्षसों को मार डाला है. रावण बहुत परेशान है. माता सीता कहती हैं कि क्या इससे रावण का हृदय परिवर्तन हुआ? त्रिजटा कहती है, नहीं. मां सीता को त्रिजटा बताती है कि अब वानर सेना से सामना करने के लिए रावण ने अपने बाकी चारों पुत्रों को युद्ध भूमि में भेजा है.
लक्ष्मण ने ललकारा राक्षसी सेना को
श्रीराम अपने अनुज लक्ष्मण को युद्धभूमि में जाने के लिए तैयार करता है. प्रभु राम कहते हैं कि लक्ष्मण की शक्तियों के बारे में कोई नहीं जानता. लक्ष्मण तीनों लोगों की शक्तियों से भी अधिक शक्तिशाली हैं. प्रभु राम की बात सुनकर विभीषण कहते हैं कि वीर कुमार को बस अकेले मत भेजें. लक्ष्मण गुस्से में कहते हैं कि वह जाएंगे और अपने भैया राम से आज्ञा मांगते हैं. श्रीराम लक्ष्मण को विजय होने का आशीर्वाद देते हैं.
लोगों को अब श्रीराम और रावण के बीच युद्ध का इंतजार है. आने वाले एपिसोड में दर्शकों को प्रभु राम और रावण के बीच युद्ध देखने को मिल सकता है.
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