Amarnath Yatra 2022: कोरोना वायरस महामारी के कारण करीब दो साल के अंतराल के बाद, अमरनाथ यात्रा एक बार फिर शुरू हो गई है. अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था 29 जून को जम्मू से घाटी के लिए रवाना हुआ. इस साल ये तीर्थयात्रा 30 जून से शुरू होकर 11 अगस्त को समाप्त होगी.
साल 2019 में सरकार ने सुरक्षा का हवाला देकर अमरनाथ यात्रा बीच में ही रोक दी थी. इसके बाद 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटा दिया गया था.
अमरनाथ यात्रा के लिए किन जरुरी नियमों का पालन करना होगा, रजिस्ट्रेशन कैसे करें? आइए आपके ऐसे सभी सवालों के जवाब देते हैं.
अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कब से शुरू?
अमरनाथ यात्रा के लिए आप ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों मोड से रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं.ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों माध्यम से रजिस्ट्रेशन 11 अप्रैल 2022 से शुरू हो गए हैं.
अमरनाथ यात्रा के लिए ऑफलाइन और ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कैसे करें?
ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए तीर्थयात्री पूरे भारत में बैंकों की अधिकृत शाखाओं में जा सकते हैं. ये बैंक और शाखाएं आवेदन पत्र पर आवेदक द्वारा दिए गए विवरण के आधार पर अमरनाथ जी का यात्रा परमिट जारी करते हैं. इसके लिए आपके पास विभिन्न दस्तावेज होने चाहिए. अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन और यात्रा परमिट (वाईपी) जारी करना पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर प्रदान किया जाता है.
अमरनाथ यात्रा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की तारीख 11 अप्रैल, 2022 से शुरू होती है. अमरनाथ यात्रा पंजीकरण ऑनलाइन 2022 श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से किया जा रहा है. अमरनाथ यात्रा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन एक आसान प्रक्रिया है और एक सफल रजिस्ट्रेशन के लिए बोर्ड की वेबसाइट पर दिए गए सभी डाक्यूमेंट्स की लिस्ट को अपलोड करें और नियमों का पालन करें.
अमरनाथ यात्रा की फीस की क्या है प्रक्रिया?
यात्रियों की संख्या के मुताबिक फीस कुछ इस प्रकार है -
1 से 5 यात्री - INR 50
6 से 10 यात्री - INR 100
11 से 15 यात्री - रुपये 150
21 से 25 यात्री - INR 250
26 से 30 और अधिक यात्री - INR 300
यात्रा परमिट के पंजीकरण की फीस 150 रुपये है.
जो यात्री हेलीकॉप्टर से यात्रा करना चाहते हैं, उन्हें यात्रा के लिए अलग से पंजीकरण कराने की आवश्यकता नहीं होगी.
यात्रा के लिए कौन से डॉक्यूमेंट हैं जरुरी?
हर यात्री के लिए यात्रा से पहले और पूरी यात्रा के दौरान आधार कार्ड रखना जरुरी होगा. इसके साथ ही इन दस्तावेजों की जरुरत होगी.
भरा हुआ निर्धारित आवेदन पत्र.
अधिकृत चिकित्सक या चिकित्सा संस्थान द्वारा जारी निर्धारित अनिवार्य स्वास्थ्य प्रमाणपत्र (सीएचसी).
चार पासपोर्ट आकार के फोटो (तीन यात्रा परमिट के लिए और एक आवेदन पत्र के लिए).
सभी दस्तावेजों को वेरीफाई करने के बाद आपको अपना यात्रा परमिट मिल जाएगा. प्रत्येक दिन और मार्ग के लिए, आपको एक अलग रंग के यात्रा परमिट प्राप्त होंगे.
यात्रा के विशिष्ट दिन को यात्रा परमिट पर प्रिंट किया जाता है और उस दिन केवल बालटाल और चंदनवारी (पहलगाम) से विशिष्ट मार्ग से एक्सेस कंट्रोल गेट्स को पार करने की अनुमति दी जाती है.
सुरक्षा के क्या हैं इंतजाम?
आतंकियों के खतरे को देखते हुए यात्रा के आसपास सुरक्षाकर्मियों की सामान्य संख्या से लगभग 3-4 गुना ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं. तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) टैग और ड्रोन सर्विलांस का इस्तेमाल किया जा रहा है.
जम्मू-कश्मीर पुलिस भी सभी लोगों को अपने वाहनों और सामान की जांच करने की सलाह दे रही है. जम्मू के SSP चंदन कोहली ने कहा कि चुंबकीय आईईडी का खतरा है, लेकिन पुलिस चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है.
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, SSP ने कहा कि जम्मू में अतिरिक्त बलों को तैनात किया जा रहा है, ताकि तीर्थयात्रियों के ठहरने के सभी स्थानों को 'पूरी तरह सुरक्षित' किया जा सके. उन्होंने कहा कि यात्रा के संचालन के लिए पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों को शामिल करते हुए मल्टी-लेवल सुरक्षा उपाय किए जा रहे हैं.
अमरनाथ यात्रा के दौरान किन नियमों का पालन सख्ती से करें?
आयु सीमा को ध्यान में रखें
भारी ऊनी कपड़े और आवश्यक सामान पैक करें
उपयुक्त वस्त्र पहनें
शारीरिक स्वास्थ्य बनाए रखें
अपने साथ लाइट एनर्जी-बूस्टिंग स्नैक्स रखें
हमेशा अपने ग्रुप के साथ रहें
अपने ग्रुप की जानकारी रखें
प्राथमिक चिकित्सा किट ले जाएं
दिशानिर्देशों का पालन करें
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