ADVERTISEMENTREMOVE AD
मेंबर्स के लिए
lock close icon

भारत में कोरोना वैक्सीन पहले किसको मिलेगी,कितना दाम होगा-खास बातें

भारत में 3 कोरोना वैक्सीन के ट्रायल, प्रोडक्शन से जुड़ी जानकारी

Updated
फिट
3 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

दुनियाभर में कोरोना वायरस की कई वैक्सीन ट्रायल स्टेज में है. भारत में वैक्सीन प्रोडक्शन, डिस्ट्रिब्यूशन को लेकर अब तक क्या तैयारियां हैं? जानते हैं वैक्सीन से जुड़ी 8 बड़ी बातें.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

भारत में कितने वैक्सीन का ट्रायल हो रहा है?

भारत में फिलहाल 3 वैक्सीन कैंडिडेट का ह्यूमन ट्रायल जारी है. इनमें 2 लोकल कंपनियां- हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक की ‘कोवैक्सीन’ और अहमदाबाद की जायडस कैडिला की ‘Zycov D’ वैक्सीन हैं. इसके अलावा सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया(SII) ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और स्वीडन की फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका के वैक्सीन प्रोजेक्ट ChAdOx1 के तहत ‘कोविशील्ड’ का ट्रायल कंडक्ट करा रही है.

0

भारत में किस स्टेज पर पहुंचा ट्रायल?

भारत बायोटेक और जायडस कैडिला की वैक्सीन फेज 1 और 2 क्लिनिकल ट्रायल स्टेज पर है. वहीं, ऑक्सफोर्ड- एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन के फेज 2 और 3 ट्रायल को भारत में मंजूरी मिली है. NDTV के मुताबिक नीति आयोग के मेंबर वीके पॉल ने जानकारी दी है कि इस सप्ताह ये वैक्सीन फेज 3 ट्रायल शुरू करेगी.

कितने डोज तैयार करने की तैयारी?

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन और GAVI, द वैक्सीन एलायंस के साथ एक समझौता किया, जिससे भारत और निम्न-आय वाले देशों के लिए संभावित COVID-19 वैक्सीन का 100 मिलियन डोज तैयार और डिस्ट्रीब्यूट किया जाएगा. SII ने कहा है कि वो 2020 के अंत तक ऑक्सफोर्ड वैक्सीन की 400 मिलियन डोज तैयार करने की योजना बना रहा है. बाकी वैक्सीन को लेकर अभी जानकारी सामने नहीं आई है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

क्या भारत को मिलेगी रूसी वैक्सीन?

समाचार एजेंसी रायटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक रूस में सितंबर में दुनिया की पहली रजिस्टर्ड वैक्सीन स्पुतनिक v का प्रोडक्शन शुरू किया जाएगा. इसी रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दुनिया भर के 20 देशों से इस वैक्सीन के एक अरब से ज्यादा डोज के लिए अनुरोध रूस को मिल चुका है.

रूसी कोरोना वैक्सीन प्रोजेक्ट के लिए फंड मुहैया कराने वाली संस्था रशियन डॉयरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड के सीईओ किरिल दिमित्रिज ने हाल ही कहा है कि “वैक्सीन का उत्पादन एक बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दा है. फिलहाल, हम भारत के साथ एक पार्टनरशिप की तरफ देख रहे हैं. हम मानते हैं कि वे गामलेया वैक्सीन का उत्पादन करने में सक्षम हैं और हमारे पास जो मांग है, उसे कवर करने के लिए ये हमें सक्षम करेगा.”

भारत में तैयार हो रही वैक्सीन लोगों तक कब पहुंचेगी?

स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के मुताबिक ऑक्सफोर्ड वैक्सीन ट्रायल के साथ-साथ वैक्सीन प्रोडक्शन भी चल रहा है. वहीं बाकी 2 वैक्सीन ट्रायल में सफल होती हैं तो उन्हें प्रोडक्शन के लिए 1 महीना अतिरिक्त समय की जरूरत होगी. अगर वैक्सीन ट्रायल के नतीजे सफल रहे तो लोगों के लिए 2021 के पहले क्वार्टर तक ये वैक्सीन उपलब्ध होंगी.

भारत में किसे मिलेगा सबसे पहले वैक्सीन?

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक वैक्सीन को रेगुलेटरी बॉडी से मंजूरी मिलने के बााद केंद्र सरकार पहले ऑर्डर में 50 लाख वैक्सीन डोज खरीदने की तैयारी में है. फ्रंट लाइन वर्कर्स और आर्मी पर्सनल को सबसे पहले वैक्सीन डोज मुहैया कराया जाएगा. संभावना है कि ऑक्सफोर्ड वैक्सीन को सबसे पहले मंजूरी मिल सकती है.

क्या होगी वैक्सीन की कीमत?

द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार ने तीनों डेवलपर्स से पूछा है कि किस कीमत पर उनकी वैक्सीन को उपलब्ध कराया जा सकता है. वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन के नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप के प्रमुख और नीति आयोग सदस्य वीके पॉल ने कहा है कि तीनों वैक्सीन ट्रायल ट्रैक पर हैं और उसे लगातार रिव्यू किया जा रहा है.

SII को वैक्सीन बनाने और डिस्ट्रीब्यूशन के लिए बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन से 150 मिलियन डॉलर का फंड मिला है. फाउंडेशन के साथ हुए समझौते के मुताबिक, SII 240 रुपये की कीमत पर वैक्सीन उपलब्ध कराएगी.

दुनिया में अन्य कौन सी वैक्सीन फाइनल ट्रायल स्टेज पर हैं?

अमेरिकी फर्म की वैक्सीन मॉडर्ना और चीन की सिनोवैक द्वारा तैयार की जा रही वैक्सीन ट्रायल के अंतिम फेज में हैं.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×