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एम्स में भर्ती पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की हालत अभी भी गंभीर

सांस लेने में दिक्कत और बेचैनी की शिकायत के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया था.

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एम्स में भर्ती पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की हालत नाजुक बनी हुई है. सांस लेने में दिक्कत और बेचैनी की शिकायत के बाद जेटली को 9 अगस्त को एम्स में भर्ती कराया गया था.

सूत्रों के मुताबिक डॉक्टरों की एक मल्टीडिसिप्लिनरी टीम जेटली के ट्रीटमेंट की निगरानी कर रही है. उन्हें एम्स के आईसीयू में रखा गया है.

66 साल के जेटली को एक्स्ट्रा कॉरपोरल मेंब्रेन ऑक्सीजेनेशन (ईसीएमओ) पर रखा गया है. इस पर उन्हीं मरीजों को रखा जाता है, जिनका फेफड़ा और दिल काम नहीं कर पाता.
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इस बीच कई नेता उनका हाल जानने एम्स पहुंचे. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी अपनी बेटी प्रतिभा आडवाणी के साथ एम्स पहुंचे और उन्होंने जेटली के स्वास्थ्य की जानकारी ली.

बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी एवं हरसिमरत कौर बादल और भाजपा महासचिव अरुण सिंह भी जेटली का हाल जानने एम्स पहुंचे.

जेटली की बेटी से मिलने के बाद सुशील मोदी ने ट्वीट किया, "गंभीर लेकिन सुधार के संकेत. हम सभी उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं."

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पीएम मोदी के पहले कार्यकाल में जेटली ने वित्त मंत्रालय संभाला था. इसके बाद उन्होंने वित्त और रक्षा मंत्रालय दोनों की जिम्मेदारी संभाली थी.

2014 के सितंबर महीने में उन्होंने अपना वजन घटाने के लिए बेरियेट्रिक सर्जरी कराई थी. जेटली लंबे समय से हाई डाइबिटिक कंडीशन से जूझते रहे हैं. 9 अगस्त को जेटली के बारे में आखिरी बुलेटिन जारी किया गया था.

पिछले साल 14 मई को जेटली के गुर्दे ट्रांसप्लांट किए गए थे. इसके बाद पीयूष गोयल ने उनका मंत्रालय संभाला था. अप्रैल, 2018 के बाद उन्होंने मंत्रालय जाना बंद कर दिया था. इसके बाद वह 2018 में फाइनेंस मिनिस्टर के तौर पर लौटे थे.

अपनी बीमारी की वजह से जेटली ने 2019 का चुनाव भी नहीं लड़ा था. इसके बाद उनकी हालत लगातार खराब होती गई. आखिरकार उन्हें एम्स में भर्ती कराना पड़ा.

(इनपुट: आईएएनएस)

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