हिप इंप्लांट में गड़बड़ी के आरोपों के बाद अब अमेरिका की दिग्गज फार्मा कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन के बेबी पाउडर में कैंसरकारक केमिकल एसबेस्टस होने का खुलासा हुआ है. रॉयटर्स की एक इंवेस्टिगेटिव रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कंपनी को भी इस बारे में लंबे समय से जानकारी थी.
रिपोर्ट में बताया गया है कि साल 1971 से साल 2000 तक टेस्ट के दौरान कंपनी के बेबी पाउडर में कई बार एसबेस्टस मिला था.
आरोप है कि जॉनसन एंड जॉनसन के अधिकारियों, मैनेजर, वैज्ञानिकों, डॉक्टरों और वकीलों को भी ये बात पता थी कि कंपनी का बेबी पाउडर कैंसरकारक है, लेकिन उन्होंने ये बात छिपाए रखी.
रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि कंपनी ने कॉस्मेटिक टैल्कम प्रोडक्ट्स में एसबेस्टस की मात्रा सीमित किए जाने के अमेरिकी रेगुलेटर्स की योजना को भी प्रभावित किया. इसके लिए कंपनी की ओर से काफी पैसे भी खर्च किए गए.
अभी ये साफ नहीं हो सका है कि कंपनी ने एसबेस्टस वाले प्रोडक्ट केवल अमेरिका में ही बेचे या फिर दूसरे देशों में भी निर्यात किए.
कंपनी ने इस दावे को गलत ठहराया
कंपनी ने आरोपों से इनकार करते हुए इसे अपनी छवि बिगाड़ने की कोशिश करार दिया है.
शिकागो ट्रिब्यून के मुताबिक कंपनी के अटॉर्नी ने रॉयटर्स से कहा है कि रिपोर्ट में जिन पाउडर में एसबेस्टस होने की बात कही गई है, वो असल में औद्योगिक इस्तेमाल के लिए थे न कि बेबी पाउडर के लिए.
दुनिया भर के लैब्स और स्वतंत्र रेगुलेटर्स के हजारों टेस्ट से साबित हुआ है कि हमारे बेबी पाउडर में कभी भी एसबेस्टस नहीं रहा.जॉनसन एंड जॉनसन
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