क्या कभी ऐसा हो सकता है कि सिर्फ आपके ब्लड के जरिए आपकी संतान दुनिया में आ जाए? आपके बाल या स्किन से आपके बच्चे का जन्म हो पाए? अभी ये बातें नामुमकिन लग सकती हैं, लेकिन वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में ऐसा हो सकता है.
जापान के शोधकर्ताओं ने एडवांस्ड टेक्नोलॉजी और ब्लड की मदद से अपरिपक्व ह्यूमन एग सेल (अंडाणु) बनाने में सफलता पाई है. इन अविकसित अंडों से भले ही एक शिशु का विकास नहीं हो सकता. लेकिन कुछ विशेषज्ञों को भरोसा है कि इस सफलता के बाद भविष्य में ऐसा जरूर संभव हो सकता है.
इस प्रयोग के दौरान शोधकर्ताओं ने इंड्यूस्ड प्लूरिपोटेंट स्टेम कोशिकाओं के निर्माण के लिए ब्लड का इस्तेमाल किया. जापानी वैज्ञानिकों ने मानव रक्त की कोशिकाओं (ह्यूमन ब्लड सेल्स) को स्टेम सेल्स में बदला, जिससे बाद में बेहद अपरिपक्व ह्यूमन एग बनाया जा सका.
इन बहु शक्ति (प्लूरिपोटेंट) स्टेम सेल्स को फिर आर्टिफिशियल ओवरीज (अंडाशय) में इंसर्ट किया गया, जहां अविकसित ह्यूमन एग सेल (अपरिपक्व मानव अंड कोशिकाओं) का निर्माण हुआ.
ये एग्स बेहद अपरिपक्व हैं, इसीलिए इनसे शिशु का विकास नहीं हो सकता. लेकिन वैज्ञानिकों का कहना है कि भविष्य में ये तकनीक उन लोगों के लिए फायदेमंद हो सकती है, जिन्हें किसी कारणवश अपने बच्चे नहीं हो सकते. इससे फर्टिलिटी इंडस्ट्री में क्रांति आ सकती है.
समलैंगिकों के हो सकेंगे खुद के बच्चे
वैज्ञानिक कई साल से स्टेम सेल्स की मदद से एग्स और स्पर्म बनाने की कोशिश कर रहे हैं. अगर इस प्रयोग से परिपक्व एग सेल्स बन सकें, तो समलैंगिक लोगों को अपने डीएनए से खुद के बच्चे हो सकेंगे.
साल 2012 में क्योटो यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने स्टेम सेल्स के जरिए चूहे के मैच्योर एग्स और स्पर्म बनाने का दावा किया था.
जुड़ी हुई हैं कुछ नैतिक चिंताएं
हर आविष्कार के फायदे अपने साथ नुकसान के भी विकल्प साथ लाते हैं. ऐसा ही इस वैज्ञानिक प्रयोग के साथ भी है. npr.org के हवाले से डार्टमाउथ के बायोएथिसिस्ट रोनाल्ड ग्रीन इस तरह के प्रयोगों पर अपनी चिंता जाहिर करते हुए कहते हैं:
अगर लोगों के ब्लड, बाल या त्वचा की कोशिकाओं से बच्चे बनने लगें, तो इससे कुछ अजीब सी संभावनाएं उभर सकती हैं. चोरी की कोशिकाओं से बच्चों का जन्म होने लग सकता है. एक महिला जॉर्ज क्लूनी (अमेरिकी एक्टर व फिल्ममेकर) के बच्चे चाह सकती है. और क्लूनी का हेयर ड्रेसर उनके बाल ऑनलाइन बेचना शुरू कर सकता है. तो इस तरह हम अचानक क्लूनी की मर्जी के बगैर उनकी बहुत सी संतानें देख सकते हैं.
स्टैनफोर्ड में बायोएथिसिस्ट हैंक ग्रीली के मुताबिक आर्टिफिशियल तरीकों से स्पर्म और एग के निर्माण से मानव प्रजनन के न जाने कितने तरीके सामने आ जाएंगे.
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