चांगझू (चीन), 16 सितम्बर (आईएएनएस)| विश्व चैम्पियनशिप में खिताब जीतकर इतिहास रचने वाली भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु मंगलवार से यहां शुरू हो रहे चीन ओपन विश्व टूर सुपर 1000 टूर्नामेंट में जब भारतीय चुनौती की अगुआई करेंगी तो उनकी नजरें एक बार फिर से खिताब जीतने पर लगी होंगी। वर्ल्ड नंबर-5 सिंधु ने पिछले महीने स्विटजरलैंड के बासेल में हुई विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था। वह इससे पहले दो बार विश्व चैम्पियनशिप के फाइनल में पहुंची थी।
24 वर्षीय सिंधु ने 2016 में चीन ओपन का खिताब जीता था और इस बार वह पूर्व ओलम्पिक स्वर्ण पदक विजेता और दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी चीन की ली शुररुई के खिलाफ होने वाले मुकाबले से अपने अभियान की शुरूआत करेंगी।
सिंधु के अलावा सायना नेहवाल भी चोट से उबरने के बाद अपना शानदार प्रदर्शन करना चाहेंगी।
सायना को पहले दौर में थाईलैंड की बुसानन ओंगबामरुंगफान से भिड़ना है जबकि क्वार्टर फाइनल में उनकी भिड़ंत दुनिया की पूर्व नंबर एक चीनी ताइपे की ताइ जू यिंग से हो सकती है।
पुरुष वर्ग में भारत को किदांबी श्रीकांत और एचएस प्रणॉय की कमी खलेगी। श्रीकांत को घुटने में चोट है जबकि प्रणॉय को डेंगू है।
विश्व चैम्पियनशिप में 36 साल बाद पदक जीतने वाले भारतीय पुरुष खिलाड़ी बने बी साई प्रणीत पहले दौर में थाईलैंड के सुपान्यु अविहिंगसेनोन की चुनौती का सामना करेंगे।
सात्विकसाईराज रेंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की पुरुष युगल जोड़ी को पहले दौर में जेसन एंथोनी हो शुइ और नाइ याकुरा की कनाडा की जोड़ी से खेलना है।
मिश्रित युगल में सात्विक और अश्विनी पोनप्पा तथा एन सिक्की रेड्डी और प्रणव जैरी चोपड़ा की जोड़ी भी चुनौती पेश करेंगी।
पुरुष युगल में मनु अत्री और बी. सुमित रेड्डी जबकि महिला युगल में अश्विनी और एन सिक्की रेड्डी की जोड़ी भारतीय चुनौती पेश करेंगी।
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