इजरायल की राजनीति में इस वक्त तूफान आया है. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं. पुलिस का कहना है कि नेतन्याहू समेत उनकी पत्नी सारा पर भ्रष्टाचार का मुकदमा चलना चाहिए. यह नेतन्याहू पर भ्रष्टाचार का तीसरा आरोप है.
क्या है मामला
भ्रष्टाचार का मामला मीडिया कवरेज को लेकर है. आरोप है कि इजरायल की सबसे बड़ी टेलीकम्यूनिकेशन कंपनी ‘बेजेक इजरायली टेलीकम्यूनिकेशन कॉर्पोरेशन’ को फायदा पहुंचाने नेतन्याहू ने रेगुलेटरी पॉलिसी में छेड़खानी की. बदले में बेजेक की न्यूज साइट वाल्ला ने प्रधानमंत्री को उनकी सहूलियत के मुताबिक कवरेज दी.
वॉल स्ट्रीट जर्नल के मुताबिक, पुलिस ने बेजेक के पूर्व चेयरमैन शौल एलोविच पर भी मुकदमा चलाने को कहा है. एलोविच को इस साल चेयरमैन पद से इस्तीफा देना पड़ा था. वहीं उनके वकील ने वॉयनेट वेबसाइट को दिए बयान में कहा है कि उनके क्लाइंट ने कुछ भी गलत नहीं किया है.
साथियों और पत्रकारों की अहम गवाही...
दरअसल नेतन्याहू की मुसीबत अपने दो साथियों की वजह से बढ़ गई है. दोनों गवाह बन गए और सबूत पुलिस को उपलब्ध कराए. इसके अलावा न्यूज साइट वाल्ला न्यूज के पूर्व पत्रकारों ने भी गवाही दी है कि उन्हें सरकार और नेतन्याहू के खिलाफ नेगेटिव कवरेज से रोका जा रहा था.
इजरायल में इस वक्त राजनीतिक हालत बेहद नाजुक बने हुए हैं. नेतन्याहू की सरकार के पास बहुमत से केवल एक सीट ही ज्यादा है. विपक्ष भी जल्दी चुनाव कराए जाने की मांग कर रहा है.
क्या पुलिस की सलाह मानना जरूरी है?
पुलिस की सलाह को मानने या न मानने का फैसला एटॉर्नी जनरल अविहाई मेंडेलब्लिट पर निर्भर करता है. वे चाहें तो प्रधानमंत्री पर मुकदमा चलाया जा सकता है.
लेकिन इस बात पर संशय है कि वे इस केस में मुकदमा चलाने की परमीशन देंगे. इससे पहले नेतन्याहू पर पुलिस ने भ्रष्टाचार के दो दूसरे मामलों में भी मुकदमा चलाने की सलाह दी थी. इस पर अभी तक अविहाई ने कोई फैसला नहीं लिया है.
नेतन्याहू का बयान..
नेत्नयाहू ने किसी भी तरह के गलत काम से इंकार किया है. अलजजीरा में छपे बयान के मुताबिक,
पुलिस टीम के सुझाव पहले से तय थे, यहां तक कि जांच शुरू होने से पहले ही ये लीक हो गए थे. मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि मामले की जांच पूरी होने पर कुछ भी नहीं मिलेगा.बेंजामिन नेतन्याहू
ये हैं दो दूसरे मामले....
इस साल हॉलीवुड प्रोड्यूसर ऑर्नॉन मिलचेन और ऑस्ट्रेलिया के अरबपति जेम्स पैकर से भी रिश्वत लेने के आरोप नेतन्याहू पर लगे थे. आरोप है कि उन्होंने 3 लाख डॉलर के गिफ्ट (महंगी शैंपेन और सिगार) रिश्वत के तौर पर लिए हैं.
नेतन्याहू पर न्यूजपेपर पब्लिशर ऑर्नान मोजेस से भी एक डील करने के आरोप हैं. इस डील में नेत्नयाहू को एक ऐसा कानून पास करवाना था, जो मोजेस के एक विरोधी न्यूजपेपर को नुकसान पहुंचाता. इसके बदले में नेत्नयाहू को पेपर अच्छी कवरेज देता.
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