ADVERTISEMENTREMOVE AD

राज्यसभा में उठा तेजाब हमले का मुद्दा, बिक्री नियमन की हुई मांग

राज्यसभा में उठा तेजाब हमले का मुद्दा, तेजाब की बिक्री के नियमन की हुई मांग

Published
न्यूज
2 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female
ADVERTISEMENTREMOVE AD

महिलाओं पर तेजाब फेंकने (एसिड एटैक) का मुद्दा बुधवार को राज्यसभा में उठा और बीजद के एक सदस्य ने तेजाब की बिक्री के नियमन की मांग की।बीजद के प्रसन्न आचार्य ने उच्च सदन में शून्यकाल में यह मुद्दा उठाया। उन्होंने इसे ‘‘बर्बर और घृणित कृत्य’’ तथा ‘‘अपराध’’ बताते हुए कहा कि सरकारी आंकड़ों के अनुसार ऐसी घटनाओं में वृद्धि हो रही है। आचार्य ने कहा कि सरकारी आंकड़ों के अनुसार 2014 में ऐसी 45 घटनाएं हुयीं जो 2015 में बढ़कर 249 हो गयीं। उन्होंने कहा कि वास्तविक आंकड़े और भी ज्यादा हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया भर में इस प्रकार के सबसे ज्यादा मामले भारत में ही होते हैं।उन्होंने ऐसी घटनाओं की पीड़िताओं को होने वाली परेशानियों का जिक्र करते हुए तेजाब की बिक्री के नियमन की मांग की। शून्यकाल में ही कांग्रेस के विवेक के तन्खा ने कहा कि एक रक्षा प्रतिष्ठान के कारण ग्वालियर शहर के एक बड़े और महत्वपूर्ण हिस्से में मकानों के गिराए जाने की आशंका पैदा हो गयी है। उन्होंने कहा कि रक्षा प्रतिष्ठान की स्थापना के पहले से ही वहां कई मकान एवं अन्य इमारतें बनी हुयी थीं।

लेकिन नए नियमों के कारण उन मकानों के गिराए जाने की आशंका बन गयी है। उन्होंने विभिन्न अदालतों की टिप्पणियों का जिक्र करते हुए रक्षा प्रतिष्ठान को अन्यत्र स्थांतरित किए जाने की मांग की।कांग्रेस के रिपुन वोरा और असम गण परिषद के बीरेंद्र वैश्न ने असम के नुमालीगढ़ रिफाइनरी से जुड़ा मुद्दा उठाया और कहा कि असम की भावना का ख्याल रखते हुए इस रिफायनरी का निजीकरण नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह लाभ अर्जित करने वाली इकाई है और यह बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मुहैया करा रही है।राजद के मनोज कुमार झा ने राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान से शिक्षा प्राप्त कर चुके लाखों छात्रों से जुड़ा मुद्दा उठाया और कहा कि उन युवाओं को नियोजन में दिक्कतें आ रही हैं। उन्होंने मांग की कि सरकार को इस संबंध में संजीदगी से विचार करना चाहिए। तृणमूल कांग्रेस के नदीमुल हक और मानस रंजन भुइंसा ने पिछले दिनों आए चक्रवात बुलबुल से पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में भारी तबाही का मुद्दा उठाया। दोनों नेताओं ने मांग की कि प्रभावित लोगों को राहत मुहैया कराने और बर्बाद ढांचे को दुरूस्त करने के लिए केंद्र को राज्य की हरसंभव मदद करनी चाहिए। अन्नाद्रमुक को ए के सेल्वाराज ने दूध, सब्जियों और फलों सहित विभिन्न खाद्य पदार्थों में मिलावट का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि इन मिलावट के कारण कैंसर सहित कई खतरनाक रोगों की आशंका बढ़ जाती है। शून्यकाल में ही तृणमूल कांग्रेस के शांतनु सेन, वाईएसआर कांग्रेस के विजय साई रेड्डी और द्रमुक के पी विल्सन ने लोक महत्व के अलग अलग मुद्दे उठाए।

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

0
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×