नई दिल्ली, 18 फरवरी (आईएएनएस)| कांग्रेस ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों से संवाद नहीं करने को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है।
कांग्रेस का बयान ऐसे समय में आया है, जब सुप्रीम कोर्ट ने एक दिन पहले सोमवार को इस मुद्दे पर शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों से बातचीत के लिए वार्ताकार नियुक्त किए हैं। इस मुद्दे पर सोमवार को हुई सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने विरोध जताने को एक मौलिक अधिकार बताते हुए शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों से बात करने और इस मुद्दे का हल निकालने के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है।
कांग्रेस के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से किए कए ट्वीट में कहा गया है, "देश भर की हजारों महिलाएं असंवैधानिक सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं। लेकिन घमंडी भाजपा सरकार ने एक बार भी इन आवाजों पर ध्यान नहीं दिया है।"
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि आवाज उठाने वालों को राष्ट्र-विरोधी के रूप में चित्रित किया जा रहा है।
पार्टी ने कहा, "वे संविधान के लिए लड़ रहे हैं।"
उल्लेखनीय है कि शीर्ष अदालत ने सोमवार को वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े की अगुवाई में विरोध स्थल में बदलाव के बारे में शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों से बात करने और अदालत में रिपोर्ट दर्ज करने के लिए तीन वार्ताकारों को नियुक्त किया।
न्यायमूर्ति संजय किशन कौल और न्यायमूर्ति के. एम. जोसेफ की पीठ ने सार्वजनिक सड़क को अवरुद्ध करने से जुड़े विरोध प्रदर्शन की प्रकृति का हवाला देते हुए कहा, "हम चिंतित हैं, अगर लोग सड़कों पर उतरने लगे और विरोध करते हुए सड़कों को अवरुद्ध करने लगे तो क्या होगा। यह एक चिंता का विषय है।"
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