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समाज में बदलाव लाने की ओर एक कदम 'हम बदलेंगे इंडिया'

समाज में बदलाव लाने की ओर एक कदम 'हम बदलेंगे इंडिया'

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नई दिल्ली, 10 मई (आईएएनएस)| क्या आप चाहते हैं कि सड़कें साफ रहें? क्या आप जोर से हॉर्न बजने पर चिढ़ जाते हैं? क्या आप सड़क पर थूकने वालों से नफरत करते हैं? इन जैसे मुद्दों पर बच्चों को परिवर्तन वाहक बनाने के लिए गुरुक्यू इंडिया अनूठी प्रतियोगिता 'हम बदलेंगे इंडिया' शुरू कर रहा है। 'हम बदलेंगे इंडिया' नामक इस प्रतियोगिता में कक्षा छह से लेकर 12वीं तक के छात्र भाग ले सकते हैं। यह एक नि:शुल्क प्रतियोगिता है। सरकारी और निजी स्कूल के छात्र इसमें हिस्सा ले सकते है।

इस प्रतियोगिता का मकसद युवा छात्रों को उन मुद्दों पर सोचने को मजबूर करना है, जो हमारे समाज पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। यह प्रतियोगिता उनके विचारों और रचनात्मकता का इस्तेमाल कर इन मुद्दों के समाधान खोजने के लिए एक मंच प्रदान करती है। यह प्रतियोगिता इन मुद्दों के बारे में युवाओं को सोचने का मौका देकर उन्हें जागरूक करती है।

प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए छात्रों को तीन कार्य करने होंगे। पहला विषय का चयन करें, इसमें आप उन विषयों में कचरा, प्रदूषण, यातायात नियमों को तोड़ना, सार्वजनिक धूम्रपान से लेकर तेज हॉर्न बजाना और सार्वजनिक सड़कों पर थूकना या आप अपने किसी पसंदीदा विषय को भी चुन सकते हैं। दूसरा, अपनी प्रविष्टि के लिए एक फॉर्मेट चुनें और तीसरा अपनी बुनियादी जानकारी भरें।

गुरुक्यू इंडिया की सीईओ व संस्थापक मीनल आनंद ने कहा, भारत के युवा छात्र अपने आसपास घटित होने वाले मुद्दों से परेशान हैं। वे अपने आस-पास के बारे में बेहद जागरूक हैं और उनके पास कुछ शानदार विचार हैं जो समाज में वास्तविक परिवर्तन ला सकते हैं। उन्हें केवल एक मंच की आवश्यकता है जहां वे अपने विचार साझा कर सकते हैं और बदलाव लाने के लिए काम कर सकते हैं।

उन्होंने कहा, हम बदलेंगे इंडिया' के माध्यम से हम उन्हें वह मंच प्रदान करना चाहते हैं जहां वे अपने विचारों को व्यक्त कर सकते हैं और बदलाव को सुनिश्चित कर सकते हैं।

हर स्कूल के शीर्ष दो विजेताओं को दस हजार और पांच हजार रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। प्रविष्टि जमा करने की आखिरी तारीख 20 मई है।

(ये खबर सिंडिकेट फीड से ऑटो-पब्लिश की गई है. हेडलाइन को छोड़कर क्विंट हिंदी ने इस खबर में कोई बदलाव नहीं किया है.)

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