ADVERTISEMENTREMOVE AD

राजनाथ का कश्मीर दौरा: महज औपचारिकता या कश्मीर में कुछ बदलेगा?

एक महीने में दूसरी बार कश्मीर दौरे पर जा रहे हैं गृहमंत्री राजनाथ सिंह

Published
न्यूज
3 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female
स्नैपशॉट
  • 8 जुलाई को सुरक्षाबलों ने हिजबुल आतंकी बुरहान वानी को मुठभेड़ में ढेर किया.
  • बुरहान के एनकाउंटर के बाद घाटी में हिंसा भड़क उठी.
  • स्थानीय नागरिकों ने सुरक्षाबलों को निशाना बनाकर पथराव किया.
  • सुरक्षाबलों को हालात पर काबू पाने के लिए कर्फ्यू लगाना पड़ा.
  • कश्मीर हिंसा में अबतक दो पुलिसकर्मियों समेत 70 लोगों की मौत हो चुकी है.
  • कश्मीर के चार शहरों में तैनात की गई बीएसएफ.
  • घाटी में अशांति का आलम ये है कि 36 पुलिस स्टेशनों में से 33 पुलिस स्टेशन बंद हो चुके हैं.
क्या राजनाथ के दौरे से कश्मीर के हालात बदलेंगे?
घाटी के हालात ये हैं कि 46वें दिन भी कई इलाकों में कर्फ्यू जारी है. जनजीवन लगातार ठप पड़ा हुआ है. कर्फ्यू से इतर अलगाववादियों ने भी इलाके में 25 अगस्त तक बंद का आह्वान कर रखा है.

राजनाथ के पहले दौरे के बाद हालात नहीं सुधरे

जम्मू-कश्मीर में बीती 8 जुलाई को सुरक्षाबलों ने हिजबुल आतंकी बुरहान वानी को ढेर कर दिया. इसके बाद घाटी में भड़की हिंसा अबतक जारी है. इसके बाद 23 जुलाई को गृह मंत्री राजनाथ सिंह खुद घाटी में बिगड़ी कानून-व्यवस्था का जायजा लेने पहुंचे. लेकिन हालात तब से लेकर अबतक जस के तस बने हुए हैं. बुरहान की मौत के बाद भड़की हिंसा में अबतक 70 लोगों की मौत हो चुकी है. घाटी में 46 दिन से कर्फ्यू लगा हुआ है वहीं अलगाववादियों ने बंद की अवधि बढ़ा दी है.

महीने में दूसरी बार कश्मीर जा रहे हैं राजनाथ

पिछले करीब डेढ़ महीने से जारी हिंसा के बीच केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह बुधवार को दो दिन के दौरे पर जम्मू-कश्मीर रवाना होंगे. सिंह घाटी में आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद बिगड़े हालातों पर काबू पाने को लेकर किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा करेंगे.

लेकिन क्या गृहमंत्री अपने दौरे पर अलगाववादियों से बात करेंगे? सड़कों पर रोजाना प्रदर्शन कर रहे कश्मीरियों से क्या सीधी बात होगी?

संवैधानिक दायरे में हो समस्या का समाधान

मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के विपक्षी नेताओं ने पीएम मोदी से मुलाकात कर राज्य में संवैधानिक दायरे में समस्याओं के हल की बात कही थी. मोदी ने विपक्षी दलों से कहा कि घाटी में कई सप्ताह से जारी तनाव के खात्मे के लिए बातचीत जरूरी है, लेकिन इस समस्या का समाधान भारतीय संविधान के दायरे में ही होना चाहिए.

एक महीने में दूसरी बार कश्मीर दौरे पर जा रहे हैं गृहमंत्री राजनाथ सिंह
दिल्ली में जम्मू-कश्मीर के विपक्षी दलों के नेताओं से बातचीत करते पीएम मोदी (फोटोः IANS)

पीएम मोदी के बयान को देखते हुए माना जा रहा है कि राजनाथ सिंह अपने दौरे में जम्मू-कश्मीर के प्रशासनिक अधिकारियों और पक्ष-विपक्ष के नेताओं से मुलाकात करेंगे.

घाटी में बीएसएफ को फिर किया गया तैनात

एक महीने में दूसरी बार कश्मीर दौरे पर जा रहे हैं गृहमंत्री राजनाथ सिंह
घाटी में तैनात बीएसएफ जवान (फोटोः KL)

गृह मंत्री के दौरे से पहले घाटी में 12 साल बाद करीब 2600 बीएसएफ जवानों की तैनाती की गई है. सोमवार से घाटी में बीएसएफ को तैनात कर दिया गया है. इससे पहले साल 2005 में बीएसएफ को आतंकियों के खिलाफ अभियान से हटाकर सीआरपीएफ को तैनाती दी गई थी. स्थानीय पुलिस अधिकारी के मुताबिक, कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए शहर के लाल चौक और आसपास के इलाकों में बीएसएफ को तैनात किया गया है.

कैसे निकलेगा कोई हल?

जम्मू-कश्मीर की मौजूदा मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला समेत दूसरे विपक्षी नेताओं ने कश्मीर में फैली हिंसा पर चिंता जताई है. साथ ही इन नेताओं ने स्थानीय नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील भी की है. लेकिन जिस तरह से अलगाववादी नेताओं के नेतृत्व में कश्मीर युवाओं को सड़क पर प्रदर्शन करने के लिए उकसाया जा रहा है उसे देखते हुए फिलहाल कोई समाधान निकलता मुश्किल ही दिख रहा है.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

0
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें