दिल्ली की केजरीवाल सरकार में कानून मंत्री रहे जितेंद्र सिंह तोमर की डिग्री को यूनिवर्सिटी ने रद्द कर दिया है. बिहार के भागलपुर जिले में स्थित तिलकामांझी भागलपुर यूनिवर्सिटी ने यह कदम सीनेट की बैठक के बाद उठाया है.
जानकारी के मुताबिक, सोमवार को इस मामले को लेकर एक बैठक की गई थी, जिसके बाद इस फैसले पर मुहर लग गई.
इससे पहले बीते दिसंबर महीने में कुलपति कार्यालय में परीक्षा बोर्ड की बैठक हुई थी. इस बैठक में ही जितेंद्र तोमर की डिग्री रद्द करने के फैसले पर सहमति बन गई थी.
राजभवन के सूत्रों के मुताबिक, बैठक के फैसले से संबंधित फाइल को राजभवन से लौटा दिया गया था और यह निर्देश दिया गया था कि इस बारे में सीनेट फैसला लेने में सक्षम है.
जितेंद्र तोमर पर दिल्ली का कानून मंत्री रहते हुए यह आरोप लगा था कि उनकी डिग्री फर्जी है और उसका कोई रिकॉर्ड संस्थान के पास उपलब्ध नहीं है. इसके बाद दिल्ली पुलिस की टीम यूनिवर्सिटी में जांच करने आई.
हाल ही में दिल्ली पुलिस ने इस मामले चार हजार पन्नों की चार्जशीट दायर की है, जिसमें पूर्व मंत्री सहित 16 लोगों को आरोपी बनाया गया है. इन आरोपियों में मुंगेर लॉ कॉलेज के प्रिंसिपल सुरेंद्र कुमार भी शामिल है.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)