केंद्र सरकार प्रोजेक्ट टाइगर की तरह ही जल्द प्रोजेक्ट काऊ ला सकती है. इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक, गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर ने कहा, सरकार प्रोजेक्ट टाइगर की तरह ही प्रोजेक्ट काऊ लॉन्च करने पर विचार कर रही है.
हमने काफी पहले प्रोजेक्ट काऊ के बारे में सोचा था और अब इस पर काम करना भी शुरू कर दिया है. गोहत्या पर रोक लगाना है, तो उसमें सबसे बड़ी समस्या यह आती है कि इन गायों का पालन पोषण कौन करेगा. इस समस्या से निपटने के लिए एक गो विहार बनाने की जरूरत है और चारा भी देना होगा. तभी हर राज्य में गोहत्या पर रोक लगाना संभव होगा.हंसराज अहीर, गृह राज्यमंत्री
गृह राज्यमंत्री ने आगे कहा कि ऐसा करने से किसान गाय को बेचने के बारे में नहीं सोचेंगे और यह काऊ प्रोजेक्ट टाइगर प्रोजेक्ट की तर्ज पर ही होगा.
अहीर ने यह भी बताया कि वह पर्यावरण मंत्रालय से बात करके इस योजना में तेजी लाने की कोशिश कर रहे हैं. सरकार प्रोजेक्ट काऊ को हर राज्य में स्थापित करने पर जोर दे रही है.
क्या है प्रोजेक्ट टाइगर ?
भारत में प्रोजेक्ट टाइगर के कारण आज देशभर में कुल करीब 2,226 टाइगर हैं. यह टाइगर दुनिया भर में टाइगरों की आबादी का 70 फीसदी है. बता दें, प्रोजेक्ट टाइगर एक अभियान है जिसके तहत टाइगरों की सुरक्षा की जाती है और उनकी जिंदगी बचाई जाती है.
प्रोजेक्ट टाइगर के तहत किए जा रहे कोशिशों के कारण दुनिया के 13 टाइगर रेंज देशों में भारत और इसके आस-पास इलाकों में सबसे अधिक संख्या है. टाइगर रेंज देशों में जंगली टाइगर गायब हो गए है. हालांकि कुछ टीआरसी देशों जैसे भारत, नेपाल, भूटान और रूस में कुछ सुधार हुआ है.
ये भी पढ़ें- ‘पंचवर्षीय योजना’ खत्म कर 3 साल का एक्शन प्लान बनाएंगे पीएम मोदी
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)