ADVERTISEMENTREMOVE AD

ओडिशा: हे भगवान! ऐसी मजबूरी, ऐसा दर्द किसी को न देना

एक शख्स पत्नी के शव को 10 किमी तक कंधे पर लादकर चलता रहा, तब जाकर अस्पताल से एम्बुलेंस का जुगाड़ हुआ.

Published
भारत
1 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

ओडिशा के कालाहांडी जिले में कुछ स्थानीय लोग तब हैरत में पड़ गए, जब उन्होंने एक शख्स को अपनी मृत पत्नी का शव कंधे पर ले जाते हुए देखा.

दाना माझी नाम के शख्स की पत्नी टीबी की मरीज थी, जिसकी भवानीपटना के जिला अस्पताल में मौत हो गई थी. माझी का आरोप है कि अस्पताल से शव को घर ले जाने के लिए कोई सुविधा नहीं मिली, इसलिए उसे मजबूरी में शव कंधे पर लादकर 10 किलोमीटर तक ले जाना पड़ा. माझी के साथ में उसकी 12 साल की बेटी भी थी.

नवीन पटनायक सरकार ने फरवरी में ‘महापरायण’ नाम की एक योजना शुरू की थी. इस योजना के अनुसार किसी भी शव को मृतक के घर तक पहुंचाने के लिए अस्पताल की तरफ से मुफ्त परिवहन की सुविधा दी जाती है.

दाना माझी शव को कपड़े में बांधकर 10 किमी तक चलता रहा. जब कुछ स्थानीय लोगों और संवाददाताओं ने उसे देखा, तो लोगों ने जिला कलेक्टर को फोन करके स्थिति बताई. बाद में एम्बुलेंस की व्यवस्था कराई गई.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

0
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×