दिवाली के बाद से पूरा दिल्ली एनसीआर घनी धुंध की परतों में लिपटा हुआ है. आलम ये है कि धुंध ने लोगों का बाहर निकलना भी मुश्किल कर दिया है. दिल्ली सरकार ने भी गंभीर हालातों को देखते हुए स्कूलों को तीन दिन तक बंद रखने के निर्देश दिए हैं वहीं लोगों को घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है. दिल्ली के अलावा गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में भी स्कूलों को बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं.
दिवाली के बाद से दिल्ली, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में घनी धुंध छाई हुई है. हवा में जहरीले कण घुले होने की वजह से सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है. यही वजह है कि लोग बाहर निकलने के दौरान मास्क का सहारा ले रहे हैं. हालात यह है कि दिल्ली में अधिकतर दुकानों पर मास्क की कमी होने लगी है.
दिल्ली में 70 फीसदी तक बढ़ी मास्क की मांग
दिल्ली में बीते दो-तीन दिन में मास्क की बिक्री 70 फीसदी तक बढ़ गई है. दवा के अधिकांश दुकानदारों का कहना है कि उनके पास सभी मास्क बिक चुके हैं. केमिस्टों के मुताबिक, इस बार सबसे ज्यादा मांग एन-99 मास्क की है. इस एक मास्क की कीमत 2000 रुपये के आसपास है, इसके बावजूद इसकी मांग बहुत अधिक है.
हमने मास्क की इतनी अधिक बिक्री इससे पहले कभी नहीं देखी. दिवाली के बाद हालत यह हो गई है कि हम ग्राहकों की मांग को पूरा करने के लिए रोजाना मास्क मंगाने का आर्डर दे रहे हैं. हवा की हालत को देखते हुए लोग आमतौर से इस्तेमाल होने वाले एन-95 या ऐसे ही अन्य मास्क की जगह पूरी सुरक्षा के लिए एन-99 मास्क मांग रहे हैं.रेलीगेयर वेलनेल फार्मेसीज
क्या है एन-99 मास्क की खासियत?
एन-95 और एन-99 मास्क का अंतर इनके फिल्टर की गुणवत्ता की वजह से है. एन-95 की कीमत 150 से 200 रुपये तक होती है और इसमें तीन स्तर पर फिल्टर होता है. लेकिन एन-99 में फिल्टर ज्यादा होते हैं और इसकी कीमत 2000 से 2200 रुपए तक होती है. दुकानदारों के मुताबिक, एक-एक दिन में सौ तक एन-99 मास्क बिक रहे हैं.
धुंध के कहर से कैसे करें बचाव?
- बाहर निकलने से बचें.
- निकलना पड़े तो मास्क लगाकर निकलें.
- दिन में चार लीटर तक पानी पीएं.
- बाइक पर बच्चों को लेकर न जाएं.
- कार से सफर के दौरान शीशे बंद रखें.
- धूप निकलने के बाद ही घर से बाहर निकलें.
- बाइक की बजाय एसी बस या मेट्रो में सफर करें.
- बच्चों को खुले में न खेलने दें.
जंतर-मंतर पर हो रहा है प्रदर्शन
दिल्ली में बढ़ी धुंध के बाद प्रशासन के खिलाफ अपना विरोध जताने के लिए अब बच्चे भी आ गए हैं. प्रशासन की नाकामी के खिलाफ सड़कों पर उतरे छात्र और कई संगठनों से जुड़े लोग दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे हैं.
बच्चों का कहना है कि बढ़ते प्रदूषण में उनका भविष्य सुरक्षित नहीं है. बच्चों के साथ कई पर्यावरण से जुड़े संगठन भी विरोध प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे हैं.
कृत्रिम बारिश की संभावना पर विचार
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि सड़कों की सफाई के लिए जल्द ही वैक्यूम क्लीनर्स लगाए जाएंगे. इसके अवाला सड़कों पर पानी भी डाला जाएगा, जिससे की धूल के कड़ जमीन पर बैठ जाएं. वहीं कैबिनेट बैठक में दिल्ली में कृत्रिम बारिश की संभावनाओं पर भी विचार किया गया है. दिल्ली सरकार केंद्र से बात करके कृत्रिम बारिश की संभावनाओं को टटोलेगी. क्योंकि कृत्रिम बारिश से धुंध से जल्द राहत मिल जाएगी.
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