यौन उत्पीड़न के आरोपों से घिरे मेघालय के राज्यपाल वी षण्मुगनाथन ने गुरुवार रात इस्तीफा दे दिया. वी षण्मुगनाथन पर नौकरी मांगने आई एक महिला से छेड़छाड़ का आरोप लगा था. जिसके बाद राजभवन के 80 से ज्यादा कर्मचारियों ने वी. षण्मुगनाथन के खिलाफ राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर उन्हें हटाने की मांग की थी.
राजभवन के कर्मचारियों ने राज्यपाल पर अपने ऑफिस की गरिमा से समझौता करने का आरोप लगाया था, जिसके बाद 67 साल के षण्मुगनाथन ने राज्यपाल पद से इस्तीफा दे दिया.
पत्र में यह भी लिखा था कि,
हम प्रधानमंत्री से उम्मीद करते हैं कि वह मेघालय के राज्यपाल को तत्काल प्रभाव से हटाएं और राजभवन की गरिमा सुनिश्चित करें. राज्यपाल वी. षणमुगनाथन ने राजभवन की गरिमा गिरा दी है.
11 पॉइंट वाले इस पत्र में राज्यपाल पर राजभवन की सुरक्षा से समझौता करने का भी आरोप लगाया गया था.
राजभवन को बना दिया है क्लब
साथ ही यह भी लिखा गया था कि राज्यपाल ने रात में ड्यूटी के लिए जिन लोगों की नियुक्ति की है वह सभी महिलाएं हैं. साथ ही यह भी आरोप लगा था कि राज्यपाल ने अपना काम करने के लिए सिर्फ महिलाओं को ही ड्यूटी पर रखा है. राजभवन के कर्मचारियों ने यह भी आरोप लगाया था कि राज्यपाल षणमुगनाथन ने राजभवन को 'लेडीज क्लब' बना दिया.
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