प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'कब्रिस्तान और श्मशान' वाले विवादास्पद बयान की चुनाव आयोग (ईसी) से शिकायत करने के फैसले से कांग्रेस पीछे हट गई है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा कि चुनाव आयोग को इस पर खुद संज्ञान लेना चाहिए, क्योंकि इसका उसके पास संवैधानिक अधिकार है, वहीं पार्टी नेता के.सी.मित्तल ने कहा कि कुछ वरिष्ठ नेताओं के उपलब्ध न होने के कारण फैसले को रद्द करना पड़ा.
पीएम मोदी ने कहा- कब्रिस्तान बनता है तो श्मशान भी बनना चाहिए
पीएम मोदी ने रविवार को यूपी के फतेहपुर में एक चुनावी रैली में कहा था, ‘गांव में अगर कब्रिस्तान बनता है तो श्मशान भी बनना चाहिए, अगर रमजान में बिजली रहती है तो दिवाली में भी बिजली आनी चाहिए.’
आनंद शर्मा का पीएम मोदी पर अटैक
शर्मा ने कहा, "चुनाव आयोग को यह सोचना चाहिए कि मोदी के भाषण पर वह क्या कार्रवाई करेगा. वह कोई आम संस्थान नहीं है. चुनाव आयोग ने पहले भी चेतावनी दी थी कि लोगों को बांटने वाले किसी भी तरह के चुनाव प्रचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा."
कांग्रेस के नेता ही नहीं पहुंच सके चुनाव आयोग
के. सी. मित्तल ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से कहा "कुछ कठिनाइयां थीं, जिसके कारण कांग्रेस द्वारा चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाने के फैसले को रद्द करना पड़ा. चुनाव आयोग के साथ शाम 5.30 बजे बैठक थी और इसकी पुष्टि नहीं की गई. इसके अलावा, हमारे कुछ नेता उपलब्ध नहीं थे.
कांग्रेस ने पहले कहा था चुनाव आयोग से करेंगे पीएम की शिकायत
सोमवार को कांग्रेस नेता केसी मित्तल ने ही बताया था कि कांग्रेस चुनाव आयोग में पीएम मोदी के खिलाफ शिकायत करेगी. लेकिन अब कांग्रेस इस मुद्दे पर पलट गई है.
इनपुट IANS से
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