जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में बुधवार रात से गुरुवार दोपहर तक सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच लगातार मुठभेड़ होती रही. इस मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों को सेना ने सरेंडर करने का मौका दिया था. एक आतंकी शफीक शेरगुजारी से उसकी 25 साल की पत्नी दिलशादा ने लाउडस्पीकर पर अपील की वह सरेंडर कर दे. जब आतंकी ने पत्नी की अपील भी नहीं सुनी, तो उसे सुरक्षाबलों की गोली का शिकार होना पड़ा.
सुरक्षाबलों ने आतंकी की पत्नी दिलशादा को आश्वासन दिया था कि अगर वह सरेंडर कर दे, तो वे उसे गोली नहीं मारेंगे. लेकिन आतंकी ने किसी की नहीं सुनी और थोड़ी-थोड़ी देर में गोलियां चलाता रहा.
इस मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी जहांगीर अहमद गनी और मोहम्मद शफीक शेरगुजारी को मार गिराया गया.
सुरक्षाबलों को पुलवामा जिले में आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी, उसके बाद पूरे इलाके में घेराबंदी कर ली गई थी.
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