ADVERTISEMENTREMOVE AD

EC ने लिया केजरीवाल का चैलेंज, आओ और EVM में छेड़छाड़ करके दिखाओ

केजरीवाल ने कहा था कि 72 घंटो के लिए EVM मशीन दे दी जाए ताकि वो बता सकें की इस मशीन में भी छेड़छाड़ की जा सकती है

Published
भारत
2 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

नेताओं द्वारा ईवीएम मशीनों से छेड़छाड़ के आरोपों की गुत्थी को सुलझाने के लिए चुनाव आयोग ने कमर कस ली है. आयोग के एक आधिकारिक बयान में कहा गया है,

हमने डेमोंसट्रेट (इवीए से छेड़छाड़) करने के लिए टेक्नोक्रेट, वैज्ञानिक और राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों को बुलाया है. हमने 2009 में भी उन लोगों को चुनौती दी थी कि जो मशीन में गड़बड़ी या उससे छेड़छाड़ होने का आरोप लगा रहे थे, लेकिन कुछ नहीं निकला.
ADVERTISEMENTREMOVE AD
हाल ही में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ये चुनौती दी थी की उन्हें 72 घंटो के लिए ईवीएम मशीन दे दी जाए और वो बता देगें कि किस तरह से मशीन में छेड़छाड़ की जा सकती है. इसी का जवाब देने के लिए चुनाव आयोग ने ये फैसला किया है.  

अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली एमसीडी के इलेक्शन भी बैलेट पेपर पर कराने की मांग की थी. केजरीवाल ने यह भी आरोप लगाया कि चुनाव आयोग मध्य प्रदेश के भिंड उपचुनाव में वही ईवीएम मशीनें इस्तेमाल कर रहा है जो उसने उत्तर प्रदेश में की थी. इसके अलावा यूपी के दूसरे दलों ने भी ईवीएम मशीन से छेड़छाड़ का आरोप लगाया था.

आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता ने यहां तक कहा था कि चुनाव आयोग एक स्वतंत्र संस्था की तरह काम नहीं कर रहा है और बीजेपी के सहयोगी की तरह पेश आ रहा है.

चुनाव आयोग ने किया खंडन

इस पर आरोपों का खंडन करते हुए चुनाव आयोग ने कहा कि ईवीएम मशीन पर आरोप लगाने की बजाय पार्टी को पंजाब में मिली हार के बारे में आत्मनिरीक्षण करना चाहिए और ईवीएम मशीनों को काफी सहज कर सुरक्षा के साथ कमरों में रखा गया था, जिससे कोई उसमें छेड़छाड़ न कर सके.

यह भी पढ़ें:

केजरीवाल को गरीब क्लाइंट समझकर फ्री में लड़ूंगा केसः राम जेठमलानी

योगी कैबिनेट की पहली मीटिंग में कर्जमाफी समेत हो सकते हैं ये फैसले

WhatsApp के जरिये द क्‍व‍िंट से जुड़ि‍ए. टाइप करें “JOIN” और 9910181818 पर भेजें.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

0
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें