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BJP नेता के कार्यक्रम में भड़काऊ नारे लगाते दिखे ये लोग पुलिस के लिए अज्ञात हैं

सुप्रीम कोर्ट के वकील और दिल्ली बीजेपी के पूर्व प्रवक्ता अश्विनी उपाध्याय ने रैली बुलाई थी.

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भारत
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देश की संसद से कुछ कदम दूर जंतर-मंतर पर रविवार को मुसलमानों की हत्या करने और धार्मिक नफरत (Hate Speech) फैलाने वाले नारे लगे. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. भड़काऊ नारे के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों ने इसपर आपत्ति जताई. जिसके बाद आखिरकार आज दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. पुलिस का कहना है कि वायरल वीडियो के आधार पर अब आरोपियों की पहचान की जा रही है. 

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द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट के वकील और दिल्ली बीजेपी के पूर्व प्रवक्ता अश्विनी उपाध्याय द्वारा बुलाई गई रैली में सैकड़ों लोग मौजूद थे.

बताया जा रहा है कि भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ को लेकर ये प्रदर्शन हो रहा या था. इस कार्यक्रम में अंग्रेजों के जमाने के कानून को वापस लेने की मांग उठाई गई, लेकिन इसी दौरान कुछ लोगों ने भड़काऊ बयान दिए. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर हो गया.

वीडियो में भड़काऊ नारे लगाने वाले लोग साफ-साफ देखे जा सकते हैं. एक दो नहीं, कई लोग बार-बार मुसलमानों को लेकर आपत्तिजनक बातें करते रहे.
सुप्रीम कोर्ट के वकील और दिल्ली बीजेपी के पूर्व प्रवक्ता अश्विनी उपाध्याय ने रैली बुलाई थी.

हालांकि अश्वनी उपाध्याय ने कहा है कि उनका इस भड़काऊ वीडियो से कोई लेना देना नहीं है. अश्वनी उपाध्याय ने कहा,

"सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक व्यक्ति उन्मादी भाषण दे रहा है. कुछ लोग मुझे बदनाम करने के लिए मेरा नाम लेकर यह वीडियो ट्विटर फेसबुक और वाट्सएप्प पर शेयर कर रहे हैं, जबकि वीडियो में दिख रहे लोगों को न तो मैं जानता हूं, न तो इनमें से किसी से मिला हूं और न तो इन्हें बुलाया गया था."

नई दिल्ली के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा,

“हमने उन्हें डिजास्टर मैनेजमेंट के दिशा-निर्देशों (जो कोविड प्रोटोकॉल के मद्देनजर सभा की अनुमति नहीं देते हैं) के बारे में सूचित करने के बाद इजाजत देने से इनकार कर दिया, और बाद में हमें पता चला कि अश्विनी उपाध्याय एक बंद जगह की तलाश कर रहे थे. पुलिस की व्यवस्था थी और हमने सोचा था कि लगभग 50 लोग आएंगे, लेकिन अचानक छोटे समूहों में कई लोग इकट्ठा होने लगे. वे शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे थे, लेकिन तितर-बितर होने पर नारे लगाने लगे."

कथित वीडियो के बारे में पूछे जाने पर, डीसीपी (नई दिल्ली) दीपक यादव ने कहा, "हम सभी वीडियो क्लिप की जांच कर रहे हैं." उन्होंने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि जंतर-मंतर पर इतनी बड़ी संख्या में लोग कैसे जमा हो गए.

पुलिस ने इस मामले में कनॉट प्लेस थाना के में आईपीसी की धारा 153a, 188 और 51 डीडीएमए एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की है.

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