Airtel India कंपनी 18 जून, सोमवार को बड़े विवाद में फंस गई. दरअसल एयरटेल टेलीकॉम कंपनी से उनके किसी कस्टमर ने 'हिंदू रिप्रजेंटेटिव' की मांग की और कंपनी ने कोई भी एतराज नहीं जताया.
पूजा सिंह नाम की किसी एयरटेल DTH कस्टमर ने ट्विटर पर कंपनी के सर्विस इंजीनियर की शिकायत करते हुए एक ट्वीट लिखा. पूजा के ट्वीट का रिप्लाई करते हुए भारती एयरटेल इंडिया के एक कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव ने उन्हें उनकी शिकायत को सुलझाने का आश्वासन दिया.
दरअसल, जिस कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव ने पूजा सिंह को रिप्लाई किया था, वो मुस्लिम हैं और उनका नाम शोएब है. इसके बाद पूजा ने एयरटेल से एक हिंदू रिप्रजेंटेटिव की मांग की, क्योंकि उन्हें शोएब के 'वर्किंग एथिक्स' पर विश्वास नहीं था. आपको बता दें कि पूजा के ट्विटर पर 10,500 फॉलोअर हैं. बीजेपी के प्रवक्ता तजिंदर सिंह बग्गा भी पूजा को फॉलो करते हैं.
डियर शोएब, क्योंकि तुम एक मुस्लिम हो और मुझे तुम्हारे काम करने के तरीके पर विश्वास नहीं है क्योंकि हो सकता है कि कुरान में कस्टमर केयर सर्विस का कुछ और ही वर्जन हो, तो मैं तुमसे रिक्वेस्ट करती हूं कि मेरे काम की जिम्मेदारी किसी हिंदू रिप्रजेंटेटिव को दें. थैंक्सपूजा सिंह
पूजा के इस ट्वीट के कुछ घंटों बाद, गगनजोत नाम के कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव ने उन्हें रिप्लाई किया और उनकी शिकायत को सुलझाने का आश्वासन दिया. चूंकि टेलीकॉम कंपनी ने पूजा सिंह की हिंदू रिप्रजेंटेटिव वाली डिमांड पर कोई भी सवाल नहीं उठाया, तो ट्विटर पर लोगों ने कंपनी की जमकर आलोचना की.
इतिहासकार इरफान हबीब ने कहा कि उन्हें तो विश्वास भी नहीं हो रहा है कि ये हुआ है.
सोशल मीडिया पर जब कंपनी की तीखी आलोचना होने लगी, तो एयरटेल इंडिया ने क्विंट हिंदी को सफाई देते हुए कहा कि वो अपने किसी भी कस्टमर या कर्मचारी के साथ जाति या धर्म के नाम पर भेदभाव नहीं करते. कंपनी ने सभी से गुजारिश की कि इस घटना को 'मजहबी रंग' न दिया जाए.
‘एयरटेल से अपना नंबर पोर्ट करना चाहता हूं’
इस घटना के बाद कई एयरटेल यूजर्स ने ट्विटर और सोशल मीडिया पर लिखा कि वो अपना नंबर एयरटेल से दूसरी कंपनी के नेटवर्क में पोर्ट करेंगे.
इस बीच एक कस्टमर ने वोडाफोन इंडिया को टैग करते हुए ट्वीट किया कि वो उनका नेटवर्क अपनाना चाहते हैं, तो वोडाफोन ने बिना किसी देरी के तुरंत रिप्लाई किया.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)