हममे, से ज्यादातर लोग नहाकर अपने दिन की शुरुआत करते हैं. कुछ लोग मजबूरी में भी नहा ही लेते हैं, लेकिन किसी कारण से अगर आप नहीं नहा पाए तो इसमें उदास होने की जरूरत नहीं.
हालांकि हम ये जानते हैं कि न नहाने से कुछ दिन में हम गंदे नजर आने लगते हैं और शरीर से बदबू भी आने लगती है. लेकिन एक रिसर्च सामने आई है कि नहाने से फायदे की बजाय हमारा नुकसान भी हो सकता है.
यूटा यूनिवर्सिटी के जेनेटिक साइंस सेंटर का कहना है कि अपने आपको ज्यादा साफ रखने से हमारे शरीर के ऊपर और अंदर मौजूद ह्यूमन माइक्रोबाइयोम (बैक्टेरिया का समहू), वायरस और अन्य माइक्रोबस नष्ट हो जाते हैं, जो कि हमारी सेहत के लिए जरूरी है.
यूनिवर्सिटी का कहना है कि माइक्रोबियल इकोसिस्टम के साथ छेड़छाड़ करने से बीमारियां पनप सकती हैं. नतीजतन इम्यून सिस्टम, डाइजेशन और यहां तक कि हृदय को भी खतरा हो सकता है.
रिसर्च में बताया कि वेस्टर्नाइजेशन और बहुत ज्यादा शैंपू इस्तेमाल करने वाली लाइफस्टाइल से ह्मयूमन माइक्रोबायोम डाइवर्सिटी पर असर पड़ता है. हालांकि इस रिसर्च में यह नहीं बताया गया कि फिर कब और कितने दिनों में नहाना चाहिए.
जानिए क्या कहते हैं ‘द अटलांटिक’ के सीनियर एडिटर
कुछ लोग अपने रोज नहाने की आदत को पहले ही छोड़ चुके हैं. उदाहरण के तौर पर हम ‘द अटलांटिक’ के सीनियर एडिटर जेम्स हैमब्लिन को लेते हैं. इन्होंने अपने न नहाने के अनुभव को जून 2016 के पब्लिश एक आर्टिकल में लिखा था. जेम्स लिखते हैं,
शुरू-शुरू में जानवरों की तरह महक आने लगती है. सब कुछ काफी ऑयली लगता है. लेकिन धीरे-धीरे बॉडी एडजस्ट करना शुरू कर देती है.
जेम्स बताते हैं कि कुछ समय के बाद शरीर स्थिर अवस्था में पहुंच जाता है.
वो कहते हैं, ''आपके अंदर से गंध आनी बंद हो जाती है. आप गुलाब जल या एक्स बॉडी स्प्रे की तरह तो नहीं महकते, लेकिन शरीर से बुरी गंध भी नहीं आती. आपसे सिर्फ एक इंसान की तरह गंध आती है.''
वैसे इस बारे में आपको क्या करना चाहिए, यह आप खुद तय कीजिए.
(स्रोत: Independent)
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