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किताबें पढ़ने वालों के लिए खुशखबरी, 2 साल बढ़ जाती है उम्र -स्टडी

किताब पढ़िए, पेपर और मैगजीन पढ़ने से भला नहीं होने वाला...नई रिसर्च

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किताबें पढ़ने के शौकीन लोगों के लिए खुशखबरी है. 12 साल तक की गई एक स्टडी से मालूम हुआ है कि जो लोग रोजाना कम से कम 30 मिनट किताबें पढ़ते हैं उनकी उम्र दो साल ज्यादा होती है. दूसरे शब्दों में, ऐसे लोग किताबें न पढ़ने वाले लोगों की तुलना में करीब 24 महीने ज्यादा जीते हैं.

गार्डियन में छपी, जर्नल सोशल साइंस एंड मेडिसिन की स्टडी के मुताबिक, शोधकर्ताओं ने 50 साल से अधिक 3,635 लोगों पर यह रिसर्च स्टडी की है. रिसर्चर अवनि बविशी ने बताया, कुल 27 फीसदी किताबें पढ़ने वाले लोगों की तुलना में 33 फीसदी किताबें न पढ़ने वाले लोगों की मृत्यु हो गई.

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लोगों को तीन ग्रुप में बांटा

रिसर्चर ने जिन लोगों पर रिसर्च किया उन्हें 3 ग्रुप में बांटा. एक समूह में कोई भी व्यक्ति कोई भी किताब नहीं पढ़ता था. दूसरा समूह हफ्ते में 3.5 घंटे तक किताबें पढ़ता था. और तीसरा ग्रुप 3.5 घंटे से ज्यादा देर तक रीडिंग करता था.

रिसर्चर को इस स्टडी से मालूम हुआ कि हफ्ते में 3.5 घंटे से अधिक किताबें पढ़ने वाले लोगों की मृत्यु की संभावना 23 फीसदी कम हो गई जबकि 3.5 घंटे तक किताबें पढ़ने वाले लोगों में मृत्यु की संभावना 17 फीसदी कम हुई.

रिसर्चर अवनि बविशी ने बताया, ज्यादा देर तक किताबें पढ़ने वाले लोग सामान्य उम्र से अधिक समय तक जिंदा रहते हैं और कम किताबें पढ़ने वालों की भी उम्र थोड़ी ज्यादा होता है. हालांकि न्यूज पेपर या मैगजीन पढ़ने से इतना असर नहीं होता है.

किताब पढ़ने के फायदे

पढ़ने की आदत डालने से रियल लाइफ में कई और भी फायदे होते हैं. उनमें से कुछ खास फायदे इस प्रकार हैं..

किताब पढ़िए, पेपर और मैगजीन पढ़ने से भला नहीं होने वाला...नई रिसर्च
(फोटो: द क्विंट)
किताब पढ़िए, पेपर और मैगजीन पढ़ने से भला नहीं होने वाला...नई रिसर्च
(फोटो: द क्विंट)
किताब पढ़िए, पेपर और मैगजीन पढ़ने से भला नहीं होने वाला...नई रिसर्च
(फोटो: द क्विंट)
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(फोटो: द क्विंट)
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(फोटो: द क्विंट)
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(फोटो: द क्विंट)
किताब पढ़िए, पेपर और मैगजीन पढ़ने से भला नहीं होने वाला...नई रिसर्च
(फोटो: द क्विंट)
किताब पढ़िए, पेपर और मैगजीन पढ़ने से भला नहीं होने वाला...नई रिसर्च
(फोटो: द क्विंट)

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