Google Doodle Frank Kameny: गूगल (Google) ने आज अपने डूडल (Doodle) के जरियें समलैंगिक अधिकारों की लड़ाई लड़ने वाले फ्रैंक कामेनी (Frank Kameny) को याद किया है.
Frank Kameny कौन थें
फ्रैंक कामेनी का जन्म न्यूयॉर्क के क्वीन्स में साल 1925 में हुआ था. उन्होंने 15 साल की उम्र में फिजिक्स पढ़ने के लिए क्वीन्स कॉलेज में दाखिला लिया.
फ्रैंक कामेनी ने साल 1957 में अमेरिकी सरकार के लिए खगोलशास्त्री के रूप में काम करना शुरू किया था, लेकिन उन्हें समलैंगिक होने के चलते नौकरी से बाहर कर दिया गया था. उन्होंने सरकार के इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में चुनौती दी और 1960 के दशक में पहली बार समलैंगिक अधिकार के समर्थन में प्रदर्शन आयोजित किए.
समलैंगिकों के लिए लड़ी लड़ाई
साल 1965 में व्हाइट हाउस और बाद में पेंटागॉन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. स्टोनवॉल दंगों के बाद फ्रैंक कामेनी ने समलैंगिक समूह तैयार किया. वहीं, 1975 में सिविल सर्विस कमीशन ने LGBTQ कर्मचारियों पर लगे प्रतिबंध को हटा लिया.
1971 में अमेरिका कांग्रेस के लिए खड़े होने वाले कामेनी फ्रैंक पहले गे बने. साल 2009 में नौकरी से बर्खास्त किए जाने के 50 साल से ज्यादा समय के बाद कामेनी से अमेरिकी सरकार ने औपचारिक रूप से माफी मांगी.
Pride Month: 'प्राइड मंथ'
जून के महीने को पूरी दुनिया में 'प्राइड मंथ' (Pride Month) के तौर पर मनाया जाता हैं. इस पूरे महीने समलैंगिक अधिकारों के लिए काम करने वाले कार्यकर्ता कई तरह के आयोजन कर अपनी बात रखते हैं.
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