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Covaxin की मंजूरी पर WHO का फैसला एक और हफ्ते टाला गया

Covaxin को WHO से अगले हफ्ते मान्यता मिलने की उम्मीद

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भारत
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विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO ) ने बताया है कि डब्ल्यूएचओ और विशेषज्ञों के एक स्वतंत्र समूह की कोवैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति दिए जाने के लिए अगले सप्ताह एक बैठक होने वाली है ताकि इस वैक्सीन से होने वाले जोखिम या लाभ का आकलन किया जा सके और अंतिम निर्णय लिया जा सके कि भारत बायोटेक के कोविड वैक्सीन कोवैक्सीन को आपातकालीन उपयोग सूची दी जाए या नहीं.

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भारत बायोटेक लगातार दे रहा डेटा

Covaxin निर्माता, भारत बायोटेक, लगातार WHO को डेटा सबमिट कर रहा है और 27 सितंबर को UN पब्लिक हेल्थ एजेंसी के अनुरोध पर भारत बायोटेक द्वारा अतिरिक्त जानकारी दी गई थी.

बता दें कि भारत बायोटेक ने 3 जुलाई को घोषणा की थी कि Covaxin भारत का पहला पूरी तरह से घरेलू COVID-19 वैक्सीन है, जिसकी कुल प्रभावकारिता 77.8 प्रतिशत है.

कंपनी द्वारा जारी फाइनल फेज (फेज 3) क्लीनिकल ट्रायल के परिणामों ने यह भी संकेत दिया कि वैक्सीन कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ 65.2 प्रतिशत प्रभावी है.

कोवैक्सीन के आपातकालीन उपयोग सूची यानी इमरजेंसी यूज लिस्टिंग (ईयूएल) के लिए आवश्यक सभी दस्तावेज 9 जुलाई तक डब्ल्यूएचओ को जमा कर दिए गए हैं."
भारत बायोटेक
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दरअसल, भारत में कोरोना वैक्सीन कोवैक्सीन के टीके को आपातकालीन मंजूरी के तहत इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन दुनिया के दूसरे देशों में इसके इस्तेमाल में रुकावट आ रही है, क्योंकि इसे विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंजूरी नहीं दी है.

फिलहाल मौजूदा वक्त में WHO ने Pfizer/BioNTech, Astrazeneca-SK Bio/सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, एस्ट्रजेनेका EU, जेनसेन, मॉडर्ना और सिनोफॉर्म के वैक्सीन को मंजूरी दी है. स्वामीनाथन ने बताया कि फिलहाल 105 कैंडिडेट वैक्सीन क्लिनिकल इवेल्युएशन में हैं, जिनमें से 27 फेज तीन या चार में हैं. 184 ऐसे कैंडिडेट वैक्सीन भी हैं जो प्री-क्लिनिकल इवेल्युएशन में हैं, इनमें से ज्यादातर दो डोज वाले हैं.

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