बिहार के रोहतास में देहरी-डालमियानगर परिषद नगरपालिका का वेस्ट मैनेजमेंट खराब स्थिति में है. दो छात्रों ने स्थिति जानने के लिए खुद सर्वे किया. दोनों छात्रों ने सर्वे में पाया कि पटना और आसपास रहने वालों में सिर्फ 60% लोगों को गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग फेंकने की जानकारी है.
मैं सभी का ध्यान हमारे यहां के वेस्ट मैनेजमेंट की ओर दिलाना चाहता था, जिसे नगरपालिका मैनेज करती है हमने अपना सर्वे किया, जिसमें हमने पाया कि नगरपालिका ने 70% कूड़ादान दिया है, लेकिन इसके बारे में कोई जागरूक नहीं है कि वेस्ट को मैनेज कैसे किया जाए. हमारे सर्वे के मुताबिक सिर्फ 60% लोगों को ही पता है कि दो अलग भागों में कचरा कैसे बांटा जाता है. गीला-सूखा दोनों, वो पूरा कूड़ा एक साथ ही डाल देते हैं और वो उसी कंटेनर में डालते हैं जो उसे यहां लाकर फेंक देते हैं, जिससे रिसाइकल प्रोसेस नहीं हो पाती.आशुतोष कुमार, छात्र
सिर्फ कूड़ा ही नहीं ड्रेनेज और सीवेज सिस्टम भी स्थिति को बदतर बना रहे हैं
पटना के रहने वाले छात्र प्रहर्ष अग्रवाल कहते हैं कि- आप देख सकते हैं मैं सोन कैनाल के करीब हूं यहां से खराब पानी जा रहा है जो आगे जाकर गंगा में मिलेगा और गंगा को प्रदूषित करेगा लोगों का पैसा गंगा को साफ करने में खर्च हो रहा है जिससे वेस्टवाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जा सकता है शुरुआत में ही ये बहुत सस्ता भी है लेकिन यहां की हालत देखिये ये सड़क है, न कि ड्रेन
'प्रशासन से बस आश्वासन मिलता है'
हमने अपनी इस चिंता को प्रशासन के सामने भी रखा जैसे सीएम, अर्बन सेक्रेटरी, ब्लॉक लेवल, जिला स्तर पर भी लेकिन हमारी शिकायत एक जगह से दूसरे जगह ही जा रही है लेकिन काम कुछ नहीं हो रहा है
मैं आपसे आग्रह करता हूं कि सभी अथॉरिटी इस पर ध्यान दें और प्लान बनाएं वेस्ट मैनेजमेंट के लिए हमारे शहर के लिए इससे हमारे शहर का भविष्य सुरक्षित होगा मुझे लगता है कि लोगों को भी जागरूक होने की जरूरत है जो युवा हैं उन्हें हमारे समाज में आगे बढ़कर इसमें हिस्सा लेना चाहिए.
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