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My Report: भारत के लिए खेलना चाहते थे ये बच्चे,सपनों में 'दरार' आई

Jammu Kashmir: भूस्खलन के बाद एकेडमी की दीवारों और फर्श पर दरारें आ गईं.

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वीडियो प्रोड्यूसर: माज़ हसन

वीडियो एडिटर: पवन कुमार

मैं जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के डोडा जिले का एक पेशेवर क्रिकेटर हूं. मैंने दो साल पहले यावर खान स्पोर्ट्स क्लब के नाम से एकेडमी शुरू किया. 26 जनवरी को एक प्राकृतिक आपदा (भूस्खलन) हुआ और एकेडमी की दीवारों और फर्श पर दरारें आ गईं. शुरुआत में, मामूली दरारें देखी गईं, लेकिन 6 फरवरी 2023 से बड़ी दरारें आ गई हैं, जिसके कारण अब अकेडमी को असुरक्षित घोषित कर दिया गया है.

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मैंने अपने लिए और अकादमी में एडमिशन लेने वाले बच्चों के लिए दो प्रैक्टिसिंग यूनिट बनाई थीं. छत पर आउटडोर यूनिट बनाई गई थी. छत की दीवारों और फर्श पर चौड़ी दरारें आ गई हैं.

Jammu Kashmir: भूस्खलन के बाद एकेडमी की दीवारों और फर्श पर दरारें आ गईं.

क्रिकेट एकेडमी की दीवारों पर चौड़ी दरारें आ गई हैं.

(फोटो- यावर खान)

इनडोर यूनिट को आउटडोर यूनिट के ठीक नीचे एक मंजिल बनाया गया था. वहां एस्ट्रोटर्फ और बॉलिंग मशीन लगाई गई थी, लेकिन उन्हें हटा दिया गया है.

Jammu Kashmir: भूस्खलन के बाद एकेडमी की दीवारों और फर्श पर दरारें आ गईं.

क्रिकेट एकेडमी की इंडोर यूनिट

(फोटो- यावर खान)

Jammu Kashmir: भूस्खलन के बाद एकेडमी की दीवारों और फर्श पर दरारें आ गईं.

एकेडमी की इंडोर यूनिट के फर्श में काफी दरारें आ गई हैं.

(फोटो- यावर खान)

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हम बेहद पिछड़े इलाके से आते हैं, हमारा गांव ठठरी चिनाब नदी के किनारे बसा है. हमारे पास उपलब्ध सभी मैदान, जहां हम खेल सकते हैं, लगभग 40-50 किमी दूर हैं. वह स्थान प्रैक्टिस करने के लिए असुरक्षित है, इसलिए हमारे प्रैक्टिस को रोक दिया गया है. हमें ट्रेनिंग के लिए मैदान की सख्त जरूरत है.

अकेडमी में 40-50 बच्चे एनरोल हैं. एकेडमी की फीस 500 रुपये प्रति माह है, जो बिजली के बिलों के भुगतान और अकेडमी के रख-रखाव के लिए ली जाती है. इन 40-50 बच्चों में से 10-15 बच्चे इस 500 रुपए मासिक शुल्क को वहन नहीं कर सकते थे. उन बच्चों का नि:शुल्क एनरोल किया गया था.

मैं यहां लंबे वक्त से अभ्यास कर रहा हूं. व्यवधान की वजह से मेरा अभ्यास बंद हो गया है. यहां की फीस 500 रुपये प्रति माह है, लेकिन मैं उन 10-15 बच्चों में से हूं, जो वह भी खर्च नहीं उठा सकते."
साहिल कुमार, क्रिकेटर

अकेडमी में सीखने वाले एक और क्रिकेटर सोहेल अहमद शेख ने कहा कि हमारी क्रिकेट एकेडमी भूस्खलन से प्रभावित हुई है, जिसके कारण क्रिकेट में हमारे राज्य और हमारे देश, भारत का प्रतिनिधित्व करने के हमारे ख्वाब खत्म हो गए हैं.

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हमें इस अकेडमी को शुरू किए केवल दो साल हुए हैं और हमारे बच्चों में से एक उमर का पहले ही साल में जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन की अंडर-19 टीम के लिए संभावित खिलाड़ियों की लिस्ट में सेलेक्शन हो गया.

अकेडमी से हमें काफी उम्मीदें थीं, लेकिन एक प्राकृतिक आपदा की वजह से वह खत्म हो गई. हम इसके बारे में बहुत कुछ नहीं कर सकते. हम सरकार से अनुरोध करते हैं कि हमें एक जगह प्रदान करें, जहां हम एक अकेडमी का निर्माण कर सकें और अपना और इन बच्चों का करियर बना सकें.

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