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छात्र चाहते थे परीक्षा पर हो बात, PM ने की खिलौने पर चर्चा: राहुल

‘मन की बात’ में खिलौनों को लेकर पीएम मोदी ने क्या कहा था? 

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कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' को लेकर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने ट्वीट कर कहा है, ''JEE-NEET के उम्मीदवार चाहते थे कि पीएम 'परीक्षा पर चर्चा' करें, लेकिन पीएम ने 'खिलौने पर चर्चा' की.''

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बता दें कि कांग्रेस ने मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश से संबंधित NEET और JEE की परीक्षाएं कोरोना वायरस महामारी के बीच कराने के फैसले के विरोध में 28 अगस्त को सोशल मीडिया पर अभियान चलाया था.

इस अभियान के तहत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था, ‘‘बीजेपी सरकार का मनमाना रवैया NEET और JEE की परीक्षाओं में हिस्सा लेने वाले 25 लाख छात्रों के जीवन को खतरे में डाल रहा है. इस फैसले के खिलाफ छात्रों के अभिभावक भी प्रदर्शन कर रहे हैं; बीजेपी सरकार को अपने इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए.’’

हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने छात्रों का कीमती साल बर्बाद ना होने का हवाला देते हुए JEE (मेन) और NEET UG परीक्षा स्थगित करने का अनुरोध करने वाली याचिका को खारिज कर दिया था. JEE (मेन) 1 सितंबर से 6 सितंबर के बीच होनी है, जबकि JEE (एडवांस्ड) 27 सितंबर को आयोजित की जाएगी. वहीं NEET UG 13 सितंबर को होनी है.

खिलौनों पर पीएम मोदी ने क्या कहा था?

30 अगस्त के 'मन की बात' प्रोग्राम में पीएम मोदी ने कहा था,

  • ''खिलौने जहां एक्टिविटी को बढ़ाने वाले होते हैं, तो खिलौने हमारी आकांक्षाओं को भी उड़ान देते हैं. खिलौने केवल मन ही नहीं बहलाते, खिलौने मन बनाते भी हैं और मकसद गढ़ने वाले भी होते हैं.''
  • ''हमारे देश में लोकल खिलौनों की बहुत समृद्ध परंपरा रही है. कई प्रतिभाशाली और कुशल कारीगर हैं, जो अच्छे खिलौने बनाने में महारत रखते हैं. भारत के कुछ क्षेत्र टॉय क्लस्टर्स यानी खिलौनों के केंद्र के रूप में भी विकसित हो रहे हैं.''

इसके अलावा पीएम ने कहा था, ''ग्लोबल टॉय इंडस्ट्री, 7 लाख करोड़ से भी अधिक की है. 7 लाख करोड़ रुपयों का इतना बड़ा कारोबार, लेकिन भारत का हिस्सा उसमें बहुत कम है. जिस राष्ट्र के पास इतनी विरासत हो, परंपरा हो, क्या खिलौनों के बाजार में उसकी हिस्सेदारी इतनी कम होनी चाहिए?''

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