अयोध्या, 23 नवंबर (आईएएनएस)| अयोध्या में रविवार को भगवा कैंप के शक्ति प्रदर्शन से दो दिन पहले शुक्रवार को पुलिस ने शहर को किले में तब्दील कर दिया है, वहीं शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने यह कहकर माहौल और गर्मा दिया है कि जब बाबरी मस्जिद को 17 मिनट में ढहाया जा सकता है, तो फिर मंदिर निर्माण के लिए कानून बनाने में इतनी देरी क्यों हो रही है। उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा, "हमने 17 मिनट में बाबरी मस्जिद को ढहा दिया था, लेकिन कागजी काम, कानून या अध्यादेश बनाने में इतना समय क्यों लग रहा है।"
शिवसेना नेता यहां बीते कुछ दिनों से अपने पार्टी नेताओं और दो विशेष ट्रेनों से यहां आए सैकड़ों शिवसेना समर्थकों के साथ डेरा डाले हुए हैं।
उन्होंने कहा, "राष्ट्रपति भवन से लेकर उत्तरप्रदेश तक भाजपा की सरकार है। राज्यसभा में ऐसे कई सदस्य हैं जो राम मंदिर का समर्थन करते हैं।"
राउत ने मांग करते हुए कहा कि सरकार को अयोध्या में 'भव्य राममंदिर के तत्काल निर्माण' के लिए कानून लाना चाहिए।
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) भी रविवार को राम मंदिर के जल्द से जल्द निर्माण की मांग के लिए 'धर्म संसद' का आयोजन करने वाली है।
आयोजकों ने इसके लिए राज्य के विभिन्न भागों से लोगों को लाने-ले जाने के लिए कई ट्रेनों, बसों, ट्रालियों, टैक्सियों को लोगों के लिए बुक किया है।
पुलिस सूत्रों ने कहा कि रविवार को दो लाख से ज्यादा लोगों के अयोध्या आने की संभावना है।
वहीं शिवसेना की तरफ से पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे यहां रविवार को कई समारोह में भाग लेंगे और भव्य राम मंदिर के तत्काल निर्माण की मांग करेंगे।
सूत्रों ने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार शिवसेना के शीर्ष नेताओं के साथ यह सुनिश्चित कर रही है कि विवादास्पद स्थल के पास किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना न घटे।
सरकार के सूत्रों ने कहा कि स्थानीय खुफिया इकाईयों को अलर्ट पर रखा गया है और शिवसेना प्रमुख के यहां आने से पहले अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है।
इस मामले में, योगी आदित्यनाथ सरकार फूंक-फूंक कर कदम बढ़ा रही है। एक तरफ, सरकार ने कहा है कि 'राम भक्त' अयोध्या में एकत्रित हो सकते हैं और धार्मिक रीति रिवाज कर सकते हैं, दूसरी तरफ सरकार ने पुलिस और जिला प्रशासन से अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी है।
रविवार को अयोध्या किले में तब्दील हो गया। पुलिस ने अयोध्या को आठ जोन और 16 क्षेत्रों में बांट दिया। राज्य के मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय, मुख्य सचिव(गृह) अरविंद कुमार और पुलिस महानिदेशक ओ.पी. सिंह ने वीडियो-कांफ्रेंसिंग के जरिए राज्य की सुरक्षा स्थितियों का जायजा लिया।
राज्य सरकार ने यहां पीएसी (प्राविंसियल आम्र्ड कांस्टेबुलरी) की संख्या 20 से बढ़ाकर 48 कर दी है।
डीजीपी ने शुक्रवार को कहा, "डरने की कोई बात नहीं है। हम सतर्क हैं और कानूव व व्यवस्था का पालन किया जाएगा।"
(ये खबर सिंडिकेट फीड से ऑटो-पब्लिश की गई है. हेडलाइन को छोड़कर क्विंट हिंदी ने इस खबर में कोई बदलाव नहीं किया है.)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)