दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को दावा किया कि लोग पूरी निष्ठा के साथ सम-विषम नियम का पालन कर रहे हैं।
हालांकि, इस नियम का उल्लंघन करने को लेकर दूसरे दिन काटे गये चालानों की संख्या बढ़ गई है।
सिसोदिया ने कहा कि कई लोगों को कल केवल सम-विषम नियम का पालन करने की चेतावनी दी गई और उनका चालान नहीं किया गया।
आधिकारिक आंकड़े के अनुसार मंगलवार को 562 चालान काटे गये। यातायात पुलिस ने 213, परिवहन विभाग ने 157 और राजस्व विभाग ने 192 चालान काटे।
सम-विषम योजना के पहले दिन सोमवार को 271 चालान काटे गये थे।
यह योजना 15 नवम्बर तक सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक लागू है। इस नियम का उल्लंघन करने पर चार हजार रुपये का जुर्माना लगाया जा रहा है।
सम-विषम योजना को लागू कराने के लिए यातायात, परिवहन और राजस्व विभागों की कुल 465 टीमों को तैनात किया गया है।
सिसोदिया ने एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा, ‘‘ दिल्ली पूरी निष्ठा के साथ सम-विषम योजना का पालन कर रही है। कई लोगों को कल केवल सम-विषम नियम का पालन करने की चेतावनी दी गई थी और उनका चालान नहीं किया गया था।’’
उन्होंने कहा कि सम-विषम योजना का दूसरा दिन ‘‘बहुत सफल’’ रहा और वायु गुणवत्ता में सुधार आया है।
उन्होंने कहा, ‘‘धुंध का संकट धीरे-धीरे कम हो रहा है। हम स्थिति पर और मौसम की परिस्थितियों पर नजर रखे हुए हैं। उम्मीद है कि पराली जलाने का और धुआं दिल्ली में नहीं आयेगा।’’
उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘लोग बहुत खुश हैं क्योंकि वे सड़कों पर यातायात कम होने से आसानी से अपने गंतव्यों तक पहुंच सकते हैं। यह प्रदूषण कम करने में भी मददगार है।’’
सम विषम की परीक्षा बुधवार को होगी जब दो दिन की छुट्टी के बाद स्कूल खुलेंगे। दिल्ली में वायु प्रदूषण की वजह से स्कूल मंगलवार तक के लिए बंद थे।
मुख्मयंत्री अरविंद केजरवाल ने कहा था कि जिन गाड़ियों में स्कूल के बच्चे होंगे, उन्हें छूट दी जाएगी।
सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी का दावा है कि सम-विषम योजना के कारण 15 लाख वाहन सड़कों से बाहर हो गये।
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने इस योजना की निगरानी के लिए कई स्थानों का दौरा किया।
गहलोत ने ट्वीट किया: दिल्ली की सड़कों पर विषम संख्या के वाहनों को देखकर खुशी हुई।’’
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी को कार पूलिंग/साझा करने को प्रोत्साहित करना चाहिए।’’
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