Chhattisgarh के बिलासपुर में कुछ लोगों ने मिलकर बैंक को ही ठग लिया. 7 लोगों ने मिलकर छत्तीसगढ़ ग्रामीण बैंक को 89 लाख रुपए का चूना लगाया है. छत्तीसगढ़ ग्रामीण बैंक के ब्रांच मैनेजर विजय दिनकर ने फर्जी दस्तावेज देकर बैंक के साथ 89 लाख की ठगी को अंजाम देने की शिकायत दर्ज कराई थी.
छत्तीसगढ़ ग्रामीण बैंक से ठगी का मामला सुनकर पुलिस भी हैरान थी और उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि गलत निवास की जानकारी देने वाले आरोपियों को किस तरह पकड़ा जाए, लेकिन पुलिस अधिकारियों द्वारा टीम गठित की गई थी, जिसके बाद अलग-अलग टीम मामले की जांच कर रही है.
ठगी का मामला दर्ज होने की जानकारी मिलते ही शातिर ठग एक स्थान से दूसरे स्थान भाग रहे थे, ऐसे में पुलिस के लिए लगातार मामला उलझन से भरा होता जा रहा था. पुलिस की अलग-अलग टीमों द्वारा एक्शन से आरोपी सावधान हो गए थे और अपना लोकेशन बार-बार बदल रहे थे, ऐसे में पुलिस ने अपना प्लान चेंज करते हुए एक साथ अलग-अलग जगहों पर छापेमारी का प्लान बनाया गया, जिसके बाद पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया और उसकी निशानदेही पर अन्य 4 आरोपियों को एक साथ छापे मार कर गिरफ्तार किया.
आरोपियों के सेविंग खातों से पुलिस ने अब तक 15,00,000 रुपए बरामद किए हैं और अभी भी फरार दो आरोपियों की तलाश जारी है. मिली जानकारी के मुताबिक सारे आरोपी जिले के बाहर के निवासी हैं, लेकिन उन्होंने अपने निवास दस्तावेज बिलासपुर के अलग-अलग इलाकों का दिखाया था. पुलिस दो अन्य आरोपियों की फर्जी दस्तावेज तैयार करने के तरीके और दस्तावेज तैयार करने में मदद करने वालों की तलाश कर रही है.
(इनपुट रविंद्र विश्वकर्मा)
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