यूपी के आगरा में पुलिस हिरासत में एक युवक की मौत का मामला सामने आया है. आरोप है कि आगरा के सिकंदरा थाने में पुलिस वालों ने मिलकर एक 32 साल के युवक को उसकी मां के सामने ही पीट-पीटकर मार डाला. इस मामले में पूरे सिकंदरा थाने के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज कर लिया गया है तो वहीं एक इंस्पेक्टर और दो सब-इंस्पेरक्टर्स को सस्पेंड कर दिया गया है.
मृत युवक का नाम हेमंत कुमार उर्फ राजू गुप्ता बताया जा रहा है. दरअसल आगरा पुलिस युवक को उसके गैलाना रोड के नरेंद्र एन्क्लेव में किराए के घर से बुधवार को पुविस स्टेशन ले गई थी. राजू पर उसके पड़ोसी से घर से 7 लाख के गहने चुराने का आरोप लगाया गया था.
मृतक की मां रीनू लता का कहना है कि, ‘मेरा बेटा मानसिक रूप से कमजोर था और अंशुल की केमिकल शॉप पर काम करता था. बुधवार को अंशुल ने आरोप लगाया कि मेरे बेटे ने उसके घर से जेवर चुराए हैं. उसके बाद उसे पुलिस को सौंप दिया गया’
रीनू लता का आरोप है कि पुलिसवालों ने उनके बेटे को लॉकअप में बंद करके उस पर लाठियां बरसाईं और पीट-पीटकर मार डाला. रीनू का कहना है कि वो लगातार अपने बेटे को छोड़ देने के लिए गिड़गिड़ाती रहीं लेकिन पुलिस वालों ने उसपर कोई रहम नहीं किया. उसके बाद पुलिस वालों ने उन्हें उनके घर छोड़ दिया लेकिन राजू को लॉकअप में ही बंद रखा.
आरोप है कि रात 9 बजे राजू की पुलिस थाने में ही मौत हो गई. शुक्रवार को शव का पोस्टमॉर्टम करवाया गया और रिपोर्ट में सामने आया कि राजू की मौत हार्ट अटैक और कंधे, बांह और पैरों पर चोटों की वजह से हुई. जिसके बाद पूरे पुलिस थाने के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज कर लिया गया. तत्काल प्रभाव से आरोपी इंस्पेक्टर ऋषिपाल, एसआई अनुज सिरोही और तेजवीर सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है.
चोरी का आरोप लगाने वालों ने भी पीटा था
जांच में ये भी पता चला है कि पुलिस को सौंपने से पहले राजू पर चोरी का आरोप लगाने वाले अंशुल और विवेक ने उसे लाठियों से पीटा भी था. इसे लेकर इन दोनों पड़ोसियों और सिकंदरा पुलिस स्टेशन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
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