राजस्थान (Rajasthan) के ब्यावर में तीन अप्रैल को सब्जी विक्रेता की मौत मामले में पुलिस ने मॉब लिंचिंग (Mob Lynching) मानने से इनकार कर दिया है. पुलिस के मुताबिक यह सामान्य मारपीट की घटना थी और इसमें मॉब लिंचिंग जैसा कोई मामला नहीं बनता है. आपको बता दें कि रविवार, 3 अप्रैल को ब्यावर सब्जी मंडी में बाइक खड़ी करने को लेकर दो गुटों में विवाद हो गया था, जिसमें सब्जी व्यापारी की मौत हो गई थी.
मॉब लिंचिंग का केस दर्ज करने की मांग थी
आपसी विवाद में सब्जी व्यापारी की मौत के बाद मृतक के बेटे ने मॉब लिंचिंग का मामला दर्ज करने की मांग की थी. पीड़ित ने इसके लिए पुलिस को प्रार्थना पत्र भी सौंपा था.
अजमेर पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने क्विंट हिन्दी को बताया कि, "ब्यावर की यह घटना दो गुटों में सामान्य मारपीट की थी. इसमें किसी तरह से मॉबलिंचिंग जैसा मामला नहीं बनता है."
वहीं इस मामले में पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार किया था. वहीं दो लोगों को हिरासत में लिया था. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है.
CM गहलोत ने की थी घटना की निंदा
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की थी. इसके साथ ही सीएम ने अजमेर SP को मौके पर पहुंचकर स्थिति संभालने के भी निर्देश दिए थे. सीएम गहलोत ने करौली और ब्यावर की घटनाओं को लेकर पुलिस विभाग के आला अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की थी.
क्या था पूरा मामला ?
दरअसल, 3 अप्रैल को ब्यावर की उदयपुर रोड स्थित सब्जी मंडी में बाइक खड़ी करने को लेकर दो सब्जी विक्रेताओं में विवाद हो गया था. बात इतनी बढ़ी की मारपीट की नौबत आ गई. जिसमें 55 साल के सब्जी विक्रेता की मौत हो गई थी. वहीं इस मारपीट में मृतक के बेटे गंभीर रूप से घायल हुए थे. जिसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि दो अन्य व्यक्तियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था.
इनपुट- पंकज सोनी
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)