अयोध्या (Ayodhya) की शिक्षिका सुप्रिया पटेल (Supriya Patel) हत्याकांड मामले में पुलिस के खुलासे पर शिक्षिका के माता-पिता ने सवाल उठाए हैं. शिक्षिका के घर वालों ने अयोध्या पुलिस के दावों को मानने से इंकार कर दिया है. परिवार का कहना है कि पुलिस ने उनकी बेटी को बदचलन साबित कर दिया है, जबकि उनकी बेटी ऐसी नहीं थी.
अयोध्या शहर के श्रीराम पुरम कॉलोनी में 5 माह की गर्भवती शिक्षिका की हत्या कर दी गई थी. इस घटना में एक महीने बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया, लेकिन आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने जो दावा किया उससे परिवार बिल्कुल सहमत नहीं है.
अयोध्या रेंज के डीआईजी एके सिंह और निवर्तमान एसएससी शैलेश पांडे ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में नाबालिक हत्यारे के साथ मृत शिक्षिका के अवैध संबंधों की बात मीडिया के सामने बताई थी. इस बात पर मृत शिक्षिका के परिजनों ने कड़ी आपत्ति जताते हुए पुलिस की बातों पर सवाल उठाया है.
मृत शिक्षिका के पिता और मां ने कहा कि पुलिस ने हत्या और चोरी के जो सबूत बताए हैं, वे सही हैं, लेकिन बिना किसी सबूत के उनकी बेटी के चरित्र पर पुलिस ने सवाल उठा दिया है जो कि गलत है.
बेटी में नहीं था कोई चारित्रिक दोष, पुलिस का दावा गलत- परिवार
मृत शिक्षिका के पिता ने सोमवार, 4 जुलाई को मीडिया के सामने आकर कहा कि उनकी बेटी की पहले ही हत्या हो चुकी है और अब पुलिस ने उनकी बेटी पर चारित्रिक दोष लगाकर समाज में अपमानित कर दिया है, जबकि उनकी बेटी और आरोपी के बीच किसी तरह का संबंध होने का कोई प्रमाण पुलिस अभी तक सामने नहीं ला पाई है. सिर्फ हत्या आरोपी के बयान के आधार पर उनकी बेटी के चरित्र पर सवाल उठाया गया, जबकि आरोपी नाबालिग लड़का कभी भी उनके घर नहीं आता जाता था.
परिवार ने की जांच की मांग
मृतका के पिता ने इस पूरे मामले की नए सिरे से जांच करने की मांग की है. मृत शिक्षिका के पिता ने आरोप लगाया है कि हत्या का आरोपी नाबालिग लड़के की मां बीजेपी महिला मोर्चा से जुड़ी थी, जिसकी वजह से राजनीतिक दबाव के चलते जांच प्रभावित की जा रही है.
परिजनों की मांग है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मामले का संज्ञान लेकर आरोपी किशोर की माता को संगठन से बाहर निकालें जिससे कि जांच प्रभावित ना हो और एक बार फिर से निष्पक्षता के साथ इस पूरे प्रकरण की जांच की जाए.उन्होंने आगे कहा कि पुलिस ने उनकी बेटी के चरित्र पर सवाल उठाए हैं जो बेबुनियाद है.
दिनदहाड़े हुई थी शिक्षिका की हत्या
आपको बता दें कि बीते 1 जून को अयोध्या कोतवाली के श्रीराम पुरम कॉलोनी में एक गर्भवती शिक्षिका की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने रविवार की दोपहर एक नाबालिक किशोर को इस पूरी घटना का सूत्रधार बताते हुए उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस ने बताया गया है कि नाबालिक किशोर और मृत शिक्षिका के बीच 2 साल से अवैध संबंध चल रहा था. नाबालिक किशोर अब इस संबंध को खत्म करना चाहता था, लेकिन शिक्षिका नाबालिक किशोर पर लगातार दबाव बना रही थी. इससे तंग आकर नाबालिक किशोर ने शिक्षिका की हत्या की थी और पूरी घटना को चोरी की शक्ल देने के लिए घर से जेवर चुराए थे.
चंद्रशेखर आजाद ने किया परिवार का समर्थन
इस पूरे मामले को लेकर अब एक बार फिर राजनीति गरमा गई है भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद ने सुप्रिया पटेल को न्याय दिलाने को लेकर अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर अयोध्या कूच करने की बात कही है.
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