यूपी में समाजवादी पार्टी के एक बड़े नेता ने अपनी बेटी को जबरन एक साल तक फ्लैट में बंधक बनाए रखा. इसकी वजह सिर्फ इतनी है कि बेटी ने अपने पिता की मर्जी के खिलाफ शादी कर ली थी. इस बात से नाखुश होकर पिता ने न सिर्फ बेटी को बंधक बनाए रखा, बल्कि उसे प्रताड़ित भी किया और जान से मारने की कोशिश भी की.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आशा ज्योति केंद्र और पुलिस टीम की मदद से पति ने कैद में रखी गई अपनी पत्नी को छुड़ाया. लड़की लखनऊ में गोमतीनगर विस्तार स्थित शिप्रा अपार्टमेंट के एक फ्लैट में बंद थी. फिलहाल, अब पुलिस ने लड़की को उसके पति के सुपुर्द कर दिया है.
क्या है पूरा मामला?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, लड़की ने अपने परिजनों की इच्छा के खिलाफ 19 जून 2018 को प्रेम विवाह कर लिया था. लड़की के पिता समाजवादी पार्टी के एक बड़े नेता हैं और मामा अखिलेश सरकार में मंत्री रह चुके हैं. परिजन लड़की के विवाह के खिलाफ थे. इसके बाद भी लड़की ने अपनी पसंद के लड़के से शादी कर ली. शादी के बाद भी लड़की के घरवाले राजी नहीं हुए.
19 जून को अलीगंज के आर्य समाज मंदिर में शादी करने के बाद विवाहित दंपित अपने गांव के लिए गाड़ी से निकले. लेकिन गांव पहुंचने से पहले ही लड़की के घरवालों ने उन्हें बीच में रोक लिया.
परिजनों ने लड़के की खूब पिटाई की और लड़की को अपने साथ ले गए. तब से लेकर अब तक यानी कि करीब एक साल तक लड़की को बंधक बनाकर रखा रखा. लड़की का आरोप है कि इस दौरान उसे प्रताड़ित भी किया गया. लगातार शादी तोड़ने का दबाव बनाया गया. लेकिन तमाम दबाव और यातनाएं सहने के बावजूद लड़की रिश्ता तोड़ने के लिए राजी नहीं हुई. इसके बाद परिजनों ने लड़की को जान से मार देने की साजिश रचना शुरू कर दी थी.
पीड़िता ने किसी तरह अपनी सहेली की मदद से पति को पूरी घटना के बारे में बताया. युवक ने पहले आशा ज्योति केंद्र से मदद मांगी. इसके बाद आशा ज्योति केंद्र ने पुलिस के साथ मिलकर लड़की को कैद से छुड़ाया.
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