राजस्थान (Rajasthan) के प्रतापगढ़ जिले में एक 20 वर्षीय आदिवासी महिला को निर्वस्त्र कर घुमाने और मारपीट का मामला सामने आया है, जिसका वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इस मामले में पुलिस ने FIR दर्ज कर मुख्य आरोपियों समेत कुल 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और 4 आरोपियों को हिरासत में लिया है. FIR में 10 लोग नामजद हैं.
क्या है पूरा मामला?
वायरल वीडियो प्रतापगढ़ जिले के धरियावद थाना क्षेत्र के पहाड़ा ग्राम पंचायत का बताया जा रहा है. आदिवासी महिला के साथ मारपीट हुई है और उसे निर्वस्त्र कर गांव में घुमाया गया है. DGP उमेश मिश्रा ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि सर्वाइवर महिला के ससुराल पक्ष ने इस तरह का घृणास्पद कार्य किया है. महिला कहीं और चली गई थी, इससे नाराज होकर ससुरालवाले उसका अपहरण करके अपने गांव लेकर आए और फिर अपने घर के आसपास इस बर्बरतापूर्ण घटना को अंजाम दिया है.
पुलिस ने बताया कि महिला लगभग पांच महीने की गर्भवती थी.
"पुलिस ने सभी आरोपियों को चिन्हित कर लिया है. उनको पकड़ने की कार्रवाई जारी है. बहुत सारी टीमें इसमें लगी हुई हैं. पुलिस अधीक्षक खुद इस अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं. इस घटना की गंभीरता को देखते हुए एडीजी क्राइम दिनेश एमएन को भी मौके पर भेजा गया है."उमेश मिश्रा, DGP
मुख्य आरोपियों समेत कुल 7 गिरफ्तार
डीजीपी उमेश मिश्रा ने बताया कि प्रतापगढ़ में महिला से दुर्व्यवहार मामले में पुलिस ने 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि 4 आरोपी हिरासत में हैं.
इससे पहले IG एस. परिमला, बांसवाड़ा ने जानकारी दी थी कि 3 मुख्य आरोपी पकड़ने के दौरान घायल हो गए. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया.
आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 323, 341, 342, 354, 354ख, 294, 365, 120, 504, 506, 498A, 509 के तहत मामला दर्ज हुआ है. साथ ही धारा 4/6स्त्री अशिष्ट रूपण अधिनियम और धारा 67A आईटी एक्ट के तहत दर्ज की गई है.
फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा केस- CM गहलोत
इधर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत घटना को लेकर पुलिस को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. सीएम गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "प्रतापगढ़ जिले में पीहर और ससुराल पक्ष के आपसी पारिवारिक विवाद के चलते यह घटना हुई है. ससुराल पक्ष के लोगों के द्वारा एक महिला को निर्वस्त्र करने का एक वीडियो सामने आया है. पुलिस महानिदेशक को एडीजी क्राइम को मौके पर भेजने एवं इस मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं."
"सभ्य समाज में इस तरह के अपराधियों की कोई जगह नहीं है. इन अपराधियों को जल्द से जल्द सलाखों के पीछे डालकर फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर सजा दिलवाई जाएगी."
मामले को लेकर सियासत शुरू
वहीं इस मामले को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "कांग्रेस का पाखंड भी अब निर्वस्त्र हो गया है. कहां हैं राहुल गांधी? कब आएंगे धरियावद? कब मांगेंगे अशोक गहलोत से इस्तीफा और करेंगे राजस्थान में राष्ट्रपति शासन की मांग?"
वहीं उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि "ये दरिंदगी चीख-चीख कह रही है कि अशोक गहलोत जी की पूरी निष्ठा सियासत और कुर्सी बचाने में है. किसी महिला की इज्जत कैसे बचे, इसमें उनकी निष्ठा कभी नहीं दिखी. हम चाहते हैं कि अपराधियों को फास्ट ट्रैक के जरिए तत्काल से तत्काल सजा मिले."
(इनपुट- पंकज सोनी)
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