कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Pandit) के अत्याचार पर बनी फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' (The Kashmir Files) खूब सुर्खियों बटोर रही है और विवाद भी हो रहे हैं. इस फिल्म का प्रभाव समाज पर अलग-अलग तरीके से पड़ता हुआ दिख रहा है. राजस्थान के किसी शख्स ने फिल्म को लेकर कोई कमेंट किया तो उसे कमेंट करना ही भारी पड़ गया.
उस कमेंट पर गुस्साए लोगों ने उस व्यक्ति को मंदिर में बुलाया और नाक रगड़वा कर माफी मंगवाई. जब वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो युवक ने पुलिस में शिकायत की और पुलिस ने कुल सात लोगों को मामले में गिरफ्तार कर लिया है.
यह मामला अलवर में बहरोड़ के गोकुलपुर का है. शिकायतकर्ता राजेश प्राइवेट बैंक में सीनियर सेल्स मैनेजर है. उसने 21 मार्च को द कश्मीर फाइल्स फिल्म पर फेसबुक के जरिए कमेंट किया था. उसने लिखा था कि फिल्म में कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार को दिखाया गया है, जबकि अत्याचार और भी जातियों पर हुआ है.
फिल्म पर कमेंट के बाद मामला बढ़ गया. मंगलवार को लोगों ने स्थानीय मंदिर में चौपाल बुलाई. इसमें राजेश को भी बुलाया गया. यहां उससे पहले माफी मंगवाई गई और बाद में नाक रगड़वाई.
भिवाडी के पुलिस अधीक्षक शांतनु कुमार सिंह ने बताया कि 22 मार्च को राजेश मेघवाल ने इस मामले की रिपोर्ट की थी कि "मैंने एक पोस्ट फेसबुक पर डाली थी. मैं बाबा भीमराव को मानता हूं. गांव के कुछ लोगों ने मोबाइल से कमेन्ट्स डाले और कुछ लोगों ने मुझे मारपीट की घमकी भी दी थी. दो तीन दिन से मुझे डराया धमकाया जा रहा था. 21 मार्च को मुझे गांव के लोगों ने मन्दिर पर बुलाया और मेरे से जबरन माफी मंगवाते हुए नाक रगड़वाई और जातिसूचक शब्दों से मुझे अपमानित किया और मारने की धमकी दी."
मामला जब बढ़ गया था तब राजेश ने ऑनलाइन माफी भी मांग ली थी. शिकायत के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि मामले में अजय कुमार शर्मा, संजीत कुमार, हेमन्त शर्मा, परविन्द्र कुमार, रामोतार, नितिन जागिड और दयाराम को गिरफ्तार किया गया है. इनके खिलाफ जाति सूचक शब्द बोलने और दलित उत्पीड़न की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है.
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