उत्तर प्रदेश के एटा (Uttar Pradesh, Etah) से वीभत्स घटना सामने आई है. यहां पेड़ काटने को लेकर शुरू हुए विवाद में ऊंची जाति के दो लोगों पर एक दलित युवक का लिंग काटने और गर्भवती महिला को बुरी तरह पीटने का आरोप लगा है. इस घटना के बाद से परिवार इतना डर गया कि उसने गांव छोड़ दिया है. पुलिस ने भी पुष्टि की है कि युवक के लिंग में चोट है और मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश की जा रही है.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, पूरा मामला एटा जिले के हसनपुर गांव का है. गांव की कुल आबादी 300 लोगों के लगभग है, लेकिन दलितों के सिर्फ 4 परिवार हैं. इसमें 10 लोग रहते हैं. 14 जून को पीड़ित सतेंद्र के खेत में खड़े बबूल के पेड़ काटने को लेकर पूरा विवाद शुरू हुआ.
पुलिस को दी गई शिकायत में बताया गया कि पीड़ित सतेंद्र जाटव ने गांव के रहने वाले विक्रम सिंह ठाकुर और सतेंद्र उर्फ भूरे ठाकुर को पेड़ काटने से रोका. तब इससे नाराज उच्च जाति के लोगों ने पीड़ित सतेंद्र का लिंग काटने की कोशिश की.
पीड़ित को गंभीर चोटें आई हैं और उसके प्राइवेट पार्ट में करीब 12 टांके लगे. इतना ही नहीं, उसकी 5 माह की गर्भवती पत्नी के हाथ में भी चोट लगी है.
'ये लोग आए दिन हमें प्रताड़ित करते हैं'
सतेंद्र जाटव ने बताया कि "14 जून को पूरा विवाद हुआ था, जिसके बाद में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. वकील की मदद से 16 जून को मुकदमा दर्ज हो पाया. हम लोग सीधे लोग हैं. ये हम लोगों के साथ आए दिन मारपीट करतें है. इस घटना में हमारी पत्नी के हाथ में चोट लग गई है."
उन्होंने आगे कहा कि इन लोगों ने मुझे और मेरे परिवार को जान से मारने की धमकी भी दी और कहा कि "अब हाजिर तभी होंगे जब तुझे मार देंगे." इसके बाद परिवार ने गांव छोड़ दिया.
मेरी पत्नी मवेशी और बच्चों के साथ गांव छोड़ चुकी है. हमारे गांव में ठाकुर लोग रहते हैं. हम लोगों के मात्र 4 परिवार गांव में रहते हैं. ये लोग दबंग हैं, आए दिन प्रताड़ित करते रहते हैं. अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है.सतेंद्र जाटव, पीड़ित, हसनपुर (एटा)
सतेंद्र बताते हैं इन दबंगों के ऊपर कई संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज है. सभी लोग पहचान के हैं. झगड़े में इन लोगों में चाकू से हमला किया था, जिससे मेरे लिंग में गंभीर चोटे आई हैं. हमारे दो बच्चे हैं, एक लड़की की उम्र 5 साल है और बेटे की उम्र 2 साल है.
गंभीर धाराओं में मुकदमा हुआ दर्ज
एटा के अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. जांच पड़ताल चल रही है. पीड़ित के लिंग में कुछ चोटें है, लेकिन पैंट नहीं फटी है. इस पूरे मामले की जांच सीओ सिटी विक्रांत दिवेदी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सबूत के आधार पर मामले में कार्रवाई की जाएगी.
एटा की कोतवाली देहात में पुलिस ने भारतीय दण्ड संहिता की धारा 452, 323, 504, 506, SC/ST 3(2)(va), 3(1)(द) और 3(1)(घ) के तहत मुकद्दमा दर्ज किया गया है.
इससे पहले भी दलितों को बनाया जा चुका है निशाना
एटा में दलितों पर हमला कोई नई बात नहीं है. इससे पहले राजा का रामपुर थाना क्षेत्र में 12 जनवरी को एक दलित की शादी के जश्न में कथित ऊंची जाति के लोगों ने बीजेपी नेता की अगुवाई में हमला कर दिया था. इसमें एक महिला समेत कुल तीन लोग घायल हो गए थे.
मारहरा क्षेत्र में दिनांक 22 फरवरी 2023 को लालपुरा देहमाफी गांव में कथित ऊंची जाति के लोगों ने दलितों की बारात नहीं निकलने दी थी. इस मामले में 7 दबंगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था.
वहीं 7 जून 2023 में मारहरा थाना क्षेत्र के ग्राम खकरई में दलित के घर में पूजा बाधा डालने के बाद 10 नामजद दबंगों समेत 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था.
(इनपुट:शुभम श्रीवास्तव)
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