दार्जिलिंग में हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है. शनिवार को भारतीय रिजर्व बटालियन के एक असिस्टेंट कमांडर की गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं के साथ झड़प में मौत हो गई है.
आईआरबी के सूत्रों के मुताबिक सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प के दौरान असिस्टेंट कमांडर किरण तमांग पर खुखरी से हमला किया गया था. इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनकी मौत हो गई.
उधर, जीजेएम सुप्रीमो बिनय तमांग ने आरोप लगाया कि पुलिस ने पार्टी के एक जुलूस पर गोली चलाई जिसमें उनकी पार्टी के दो कार्यकर्ताओं की मौत हो गई.
उन्होंने आरोप लगाया कि शुक्रवार रात पुलिस के साथ-साथ टीएमसी समर्थकों ने उसके घर में तोड़फोड़ की और उनके परिवार के सदस्यों को धमकी दी. तमंग ने साथ ही दावा किया कि पुलिस ने जीजेएम के विधायक अमर राय के बेटे को भी गिरफ्तार कर लिया है. अमर राय का कहना है कि उनके बेटे का राजनीति से कोई लेनादेना नहीं है. दार्जिलिंग के सिंगमारी क्षेत्र में पुलिस और जीजेएम समर्थकों में झड़प की खबरें हैं.
इधर, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अनुज शर्मा ने इस आरोप का खंडन किया और कहा कि पुलिस ने कोई गोली नहीं चलाई है. शर्मा ने कहा, ये जीजेएम के कार्यकर्ता थे जिन्होंने गोलियां चलाई.
स्थिति बिगड़ने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के आला अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई.
साजिश का आरोप
ममता बनर्जी ने बंद के पीछे साजिश का आरोप लगाया है. ममता ने कहा कि इलाके में शांति स्थापित करने के लिए पैनल का गठन किया गया है.
ममता बनर्जी ने कहा कि
प्रदर्शनकारी कोर्ट के आदेश का पालन नहीं कर रहे हैं. कोर्ट ने साफ कहा था कि बंद गैरकानूनी है. मुझे नहीं पता कि उन्हें कहां से समर्थन मिल रहा है.
जीजेएम ने सरकारी स्कूलों में बांग्ला भाषा को अनिवार्य किए जाने के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के फैसले के विरोध में दार्जिलिंग एवं कालिम्पोंग जिले में अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की है.
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