देश की राजधानी की पुलिस चाहे कितनी भी एडवांस क्यों न हो जाए, क्रिमिनल हमेशा कोई नया रास्ता ढूंढ ही निकालते हैं. दिल्ली में जबरन वसूली का एक नया चलन सामने आया है और दिल्ली पुलिस के लिए ये एक नई सिरदर्द है.
एक पुलिस सूत्र ने कहा कि सभी तीन घटनाओं में अपराधियों ने एक सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट पर फर्जी खाते बनाये और कथित तौर पर मॉर्फ की गयीं तस्वीरें और वीडियो अपलोड किये फिर 15,000 रपये से लेकर 80,000 रपये तक की मांग वाले संदेश डाले गये.
उन्होंने कहा कि तीनों मामलों में शिकायतकर्ता 20 से 25 साल के बीच की महिलाएं हैं. एक तो दक्षिण दिल्ली के एक डॉक्टर की बेटी है.
ऐसे अपराधों में जांच की शुरुआत आईपी एड्रेस का पता लगाने के साथ होती है. अगर इस तरह की घटनाएं घटती हैं तो यह गंभीर मामला है और साजिशकर्ताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा
सूत्रों ने बताया कि शुरुआती जांच से यह बात सामने आई कि अपराधी बड़े स्तर पर फर्जी खाते बना रहे हैं. दक्षिण दिल्ली के डॉक्टर की बेटी के मामले में आईपी एड्रेस का पता लगाया गया और सामने आया कि 12 लॉग-इन कंप्यूटरों पर यही पता था.
अन्य मामलों में आईपी एड्रेस पता लगाने की प्रक्रिया चल रही है.
एक सूत्र ने कहा कि गाजियाबाद के एक पत्रकार के साथ भी ऐसी घटना घटी और मामला कविनगर थाने में दर्ज है. इस महीने सामने आये एक और मामले में आरोपी ने महिला से तीन लाख रुपये मांगे थे.
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