गुरुग्राम, 21 मई (आईएएनएस)| गुरुग्राम में हुडा सिटी सेंटर से समयपुर बादली के बीच चलने वाली दिल्ली मेट्रो की येलो लाइन पर मंगलवार को तकनीकी गड़बड़ी की वजह से इसकी सेवा दो घंटे के लिए प्रभावित हुई।
दिल्ली मेट्रो रेल कार्पोरेशन (डीएमआरसी) के मुताबिक, छतरपुर स्टेशन पर सुबह के करीब 9:30 बजे हुई इस गड़बड़ी के चलते सेवा दो घंटे तक बाधित रही और पूर्वान्ह 11: 30 बजे इसे फिर से शुरू कर दिया गया।
इससे पहले डीएमआरसी ने कई ट्वीट के माध्यम से इस बारे में जानकारी दी।
डीएमआरसी ने ट्वीट किया : "उद्योग भवन और हुडा सिटी सेंटर एवं समयपुर बादली और हुडा सिटी सेंटर के बीच येलो लाइन पर सेवा में देरी हुई। अन्य सभी लाइनों पर सामान्य सेवा चालू रही।"
एक अन्य ट्वीट में कहा गया था, "हुडा सिटी सेंटर और सुल्तानपुर एवं समयपुर बादली और कुतुब मीनार के बीच ट्रेन सेवा अस्थायी रूप से चलेगी।"
दिल्ली मेट्रो रेल कार्पोरेशन (डीएमआरसी) के एक अधिकारी के मुताबिक, गड़बड़ी के कारण की जांच की जा रही है।
इस गड़बड़ी से यात्री, विशेषकर कुतुब मीनार और सुल्तानपुर के बीच यात्री परेशान हो गए।
इस दौरान ऐसे कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए जिनमें यात्रियों को निकटतम मेट्रो स्टेशन तक पहुंचने के लिए ट्रैक पर चलते दिखाया गया।
एक यात्री गोविंद सिंह ने कहा : "हमें समझ में नहीं आया कि देरी होने के पीछे की वजह क्या है। मैंने आपातकालीन बटन दबाया और ड्राइवर से दरवाजों को खोलने के लिए कहा ताकि हम ट्रैक के आपातकालीन साइड से चल सकें।"
एक अन्य यात्री श्रीनिवास राव ने कहा : "सौभाग्य से यह गड़बड़ी एलिवेटेड हिस्से में हुई। यदि यह किसी सुरंग में हुआ होता तो ट्रेन के अंदर ही रहने के अलावा हमारे पास और कोई विकल्प नहीं रहता।"
कुतुब मीनार और विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन के बीच सबसे लंबी सुरंग है।
इस तकनीकी खराबी के बाद ऐप आधारित टैक्सी सर्विस ऑपरेटरों ने तुरंत अपना किराया दोगुना कर दिया।
यात्री नीलिमा शर्मा ने कहा : "मुझे निर्माण भवन पर अपने ऑफिस को पहुंचना था और करीबी स्टेशन उद्योग भवन है। सुल्तानपुर से साकेत मेट्रो स्टेशन तक पहुंचने के लिए मैंने 200 रुपये अदा किए।"
ऑटो चालकों ने भी अपनी कीमतें बढ़ा दीं।
साइबर सिटी में काम करने वाली कविता शर्मा ने कहा, "कुतुब मीनार से घिटोरनी मेट्रो स्टेशन तक पहुंचने के लिए मैंने 175 रुपये अदा किए।"
(ये खबर सिंडिकेट फीड से ऑटो-पब्लिश की गई है. हेडलाइन को छोड़कर क्विंट हिंदी ने इस खबर में कोई बदलाव नहीं किया है.)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)